धर्मनगरी को शाबासी : ओडीएफ प्लस हुआ, अब अगली परीक्षा प्लस-प्लस के लिए
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : शहर ने स्वच्छता की ओर एक और कदम बढ़ा दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : शहर ने स्वच्छता की ओर एक और कदम बढ़ा दिया है। स्वच्छ सर्वेक्षण परिणाम आने से पहले ही थानेसर शहर के खाते में एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। शहर ओडीएफ प्लस की परीक्षा में पास हो गया है। अब शहर को खुले में पूरी तरह से शौच मुक्त होने का प्रमाण पत्र मिल गया है। यह प्रमाणिकता ऐसे ही नहीं मिली। इसके लिए थानेसर नगर परिषद प्रशासन को खूब पसीना बहाना पड़ा, क्योंकि वर्ष 2018 में सर्वेक्षण के दौरान ओडीएफ की टीम को रेलवे लाइन के नजदीक खुले में शौच करते हुए एक व्यक्ति मिल गया था, जिसके बाद शहर को ओडीएफ प्रमाण पत्र से हाथ धोना पड़ा था। इसके डेढ़ माह बाद फिर टीम का निरीक्षण हुआ, जिसमें शहर ने फिर वापसी की और शहर खुले में शौच मुक्त पड़ताल में पास हो गया। अब ओडीएफ प्लस मिलने के बाद जनप्रतिनिधियों से लेकर नगर परिषद के अधिकारी तक गदगद हैं। बॉक्स
नप को था डर कहीं रेलवे लाइन पर न मिल जाए खुले में शौच
नगर परिषद के लिए ओडीएफ प्लस की परीक्षा पास करना आसान नहीं था। ओडीएफ में एक बार झटका लगने के बाद नगर परिषद को रेलवे लाइनों पर खुले में शौच के साक्ष्य मिलने का डर बना हुआ था। मगर गनीमत रही कि इस बार कोई भी खुले में शौच करते हुए टीम के सामने नहीं आया। मगर इसी परीक्षा में पास होने के लिए स्वयं थानेसर नगर परिषद की चेयरमैन उमा सुधा ने अलसुबह खुले में शौच जाने वाले लोगों को रोक कर उनसे खुले में शौच न जाने के लिए अपील की थी। उन्होंने कई दिन तक इस अभियान को चलाया था। अब ओडीएफ प्लस-प्लस की परीक्षा पहले ओडीएफ और अब ओडीएफ प्लस-प्लस का प्रमाण पत्र लेने के बाद अब नगर परिषद के लिए अगली परीक्षा ओडीएफ प्लस-प्लस का प्रमाण पत्र लेना होगा। इसके लिए नप प्रशासन को अपने क्षेत्र में ज्यादा सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करने के साथ-साथ जो पहले बने हुए शौचालय हैं उनकी देखरेख अच्छी तरह से करके रखनी होगी। मगर यह नप प्रशासन के लिए राहत की बात है कि पिपली से थर्ड गेट सड़क पर शौचालयों का प्रावधान है। सबके सांझे प्रयास से मिली उपलब्धि : विधायक
फोटो संख्या : 15 थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि यह शहर सबका है। इसलिए शहर को स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी सबकी समान है। शहर को स्वच्छ बनाने में सबका सांझा प्रयास सफल रहा। ओडीएफ प्लस की उपलब्धि शहर के खाते में जुड़ी है। इसके लिए नगर परिषद ने बहुत काम किया। शुरुआत में अलसुबह बाहर खुले में शौच जाने वाले लोगों को बाहर खुले में शौच नहीं जाने के लिए जागरूक किया गया।