गौरवशाली समाज सेवा का प्रतीक है एनएसएस: प्रो. मंजूला
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. मंजूला चौधरी ने कहा कि एनएसएस का 50 वर्षों का इतिहास राष्ट्रीय सेवा को समर्पित है। समाज सेवा के क्षेत्र में लगी अन्य इकाइयों को इस गौरवशाली परम्परा से कुछ सीखने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. मंजूला चौधरी ने कहा कि एनएसएस का 50 वर्षों का इतिहास राष्ट्रीय सेवा को समर्पित है। समाज सेवा के क्षेत्र में लगी अन्य इकाइयों को इस गौरवशाली परम्परा से कुछ सीखने की जरूरत है। देश व समाज को जब भी मदद की जरूरत हुई एनएसएस स्वयं सेवकों ने आगे बढ़कर इस सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे राष्ट्रीय सेवा योजना के 50 वर्ष पूरे होने पर आरके सदन में भव्य कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्यातिथि बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के निस्वार्थ सेवाभाव की प्रशंसा की व उन्हें निरंतर अपनी सेवाभावना को समाज के कार्यों में लगाने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि सत्यवीर सिंह मलिक ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को महात्मा गांधी के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. डीएस राणा ने कहा कि एनएसएस ने पिछले 50 वर्षों में देश व समाज के लिए बेहतरीन कार्य किया है। इस कार्य में योगदान देने वाले सभी स्वयं सेवक बधाई के पात्र हैं। एनएसएस की सबसे मजबूत इकाई स्वयं सेवक हैं। महात्मा गांधी की जयंती के 150 वर्ष पूरा होने पर दो अक्टूबर को प्लास्टिक से मुक्ति का जो प्रण लिया जाएगा, एनएसएस उसमें बढ़-चढ़कर भाग लेगा। यह कॉलेज किए सम्मानित
आर्य कॉलेज पानीपत, जीएमएन कालेज अम्बाला कैंट, डीएवी कालेज पिहोवा, आइआइएचएस कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुमारी विद्यावती डीएवी कॉलेज फार वुमैन करनाल, माता सुंदरी कालेज निसिग को विशेष तौर पर वर्ष भर के अच्छे कार्य के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लगभग 450-500 स्वयंसेवक व कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय प्रोक्टर डा. रमेश भारद्वाज व चीफ वार्डन पुरुष छात्रावास डा. आरके देसवाल ने भी सभी राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवकों को सम्बोधित किया। इस मौके पर कुटा प्रधान डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. निर्मला चौधरी, डॉ. निरूपमा भट्टी, डॉ. प्रदीप चौहान, डॉ. आनन्द सहित अन्य लोग मौजूद थे।