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हाईवे किनारे पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बसे लोगों को नोटिस

हाईवे किनारे पीडब्ल्यूडी की भूमि में बसे परिवारों में उस समय हडकंप मच गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Apr 2021 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 07:00 AM (IST)
हाईवे किनारे पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बसे लोगों को नोटिस
हाईवे किनारे पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बसे लोगों को नोटिस

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : हाईवे किनारे पीडब्ल्यूडी की भूमि में बसे परिवारों में उस समय हड़कंप मच गया, जब विभाग ने सभी घरों व दुकानों पर जगह खाली करने के नोटिस चस्पाए। विभाग ने सभी भवनों पर नंबर तक अंकित किए हैं। वहीं यहां बसने वालों का कहना है कि विभाग ने किसी प्रकार का लिखित नोटिस तक नहीं दिया है। ऐसे में पीला पंजा नहीं चलने दिया जाएगा।

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अंबाला हिसार हाईवे के किनारे वार्ड 11 में बसने वाले परिवारों पर सालों से बार-बार पीले पंजे का का भय बना रहता है। यहां बसने वालों की जमीन को लेकर पीडब्ल्यूडी का कहना है कि यह सरकारी जमीन है। जबकि यहां बसने वालों का कहना है कि वे दशकों से यहीं रह रहे हैं और बिजली व पानी के कनेक्शन तक लिए हुए हैं। यही नहीं सरकार ने गलियां तक बनाकर दी हुई हैं। इनमें अधिकांश गरीब परिवार हैं। सतविद्र सिंह, लखविद्र सिंह, हरबंस सिंह और नरेश ने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करने वाले हैं। उनके पास यहां रैन बसेरे के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। इन लोगों ने बताया कि दोपहर के समय कुछ लोग आए और दुकानों व मकानों पर नंबर लगा कर चले गए। इन लोगों को पांच दिन के अंदर मकान व दुकान खाली करने का फरमान सुनाया है। यहां रहने वालों को कोई लिखित आदेश की प्रति तक नहीं दी गई है। इस मामले को लेकर गणमान्य लोगों की एक बैठक भी हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि संबंधित अधिकारियों से सोमवार को संपर्क किया जाएगा। पूर्व सरपंच संजीव अरोड़ा का कहना है कि ऐसे लिखित आदेश नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि किसी विभाग को जबरदस्ती नहीं करने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों को उजाड़ने से रोकने के लिए कानूनी पहलू खंगाला जाएगा।


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