बच्चों के संपूर्ण विकास में माताओं की भूमिका अहम : शर्मा
फोटो संख्या : 13 - स्कूल पहुंची माताओं ने सृजनात्मक कार्यों में दिखाया उत्साह - बच्चों में भी
फोटो संख्या : 13
- स्कूल पहुंची माताओं ने सृजनात्मक कार्यों में दिखाया उत्साह
- बच्चों में भी जगाई जा सकती है यही भावना
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
मेजर नितिन बाली गीता निकेतन विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य सोमदत्त शर्मा ने कहा कि बच्चों के संपूर्ण विकास में माताओं की अह्म भूमिका होती है। माता द्वारा एक से पांच साल तक के बच्चे को दिया गया ज्ञान ताउम्र याद रहता है। वह बुधवार को विद्यालय में आयोजित मातृ गोष्ठी में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस तरह गोष्ठियों का आयोजन बच्चों की माताओं में जागरूकता लाने के लिए किया जाता है। शिशु वाटिका प्रमुख समता रानी ने कहा कि इस गोष्ठी का आयोजन खासकर नर्सरी से कक्षा प्रथम तक के बच्चों की माताओं के लिए किया गया था। गोष्ठी में माताओं में सृजनात्मक भावना का विकास करवाने के लिए एक प्रतियोगिता करवाई गई। उन्होंने कहा कि माताओं को अपने बच्चों में भी सृजनात्मक शक्ति का संचार करना होगा, ताकि वह किताबी ज्ञान की बजाय व्यवहारिक ज्ञान हासिल कर जीवन में कामयाबी हासिल कर सकें। उन्होंने माताओं को साफ-सफाई, खान-पान अन्य बातों के बारे में जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों में शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास के लिए उनकी माताओं को ही ध्यान देना होगा। इस मौके पर उपस्थित सभी माताओं को घर ही विद्यालय नामक पुस्तक भेंट की गई। इस मौके पर मातृ भारती की प्रधान परमजीत सहित अन्य महिलाएं उपस्थित रही।