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मंत्री ने दिया था 15 दिन का आश्वासन, एक माह बाद भी रिपोर्ट नहीं आई

जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र शहर के एक निजी अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही से हुई

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 09:40 AM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2019 09:40 AM (IST)
मंत्री ने दिया था 15 दिन का आश्वासन, एक माह बाद भी रिपोर्ट नहीं आई
मंत्री ने दिया था 15 दिन का आश्वासन, एक माह बाद भी रिपोर्ट नहीं आई

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : शहर के एक निजी अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही से हुई सैनिक की पत्नी की मौत का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में मामला उठने के बाद अस्पताल प्रशासन पीड़ित के साथ समझौते की जुगत में लगा है। अस्पताल प्रशासन रिपोर्ट आने से पहले ही मामले को बाहर से बाहर निपटाने के प्रयास में जुटा है। लेकिन सैनिक लगातार न्याय मिलने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ा हुआ है।

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लोकसंपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की 18 फरवरी को हुई बैठक में गांव खेड़ी मारकंडा निवासी बीएसएफ में सैनिक सतबीर सिंह ने एक निजी अस्पताल के चिकित्सकों के खिलाफ शिकायत सौंपी थी। उसने बताया था कि 29 सितबर 2018 को डिलीवरी के लिए उसकी पत्नी को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

डिलीवरी के दौरान किए गए आपरेशन में लापरवाही बरतने पर उसकी पत्नी की हालत बिगड़ गई और 14 अक्टूबर 2018 को उसकी पत्नी की मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि पीजीआइ में करवाई गई अटॉप्सी में मौत का कारण चिकित्सकों की लापरवाही दर्शाया गया है। ऐसे में दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

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मंत्री ने 15 दिन का दिया था आश्वासन लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज के सामने सैनिकों की अनदेखी का मामला उठने पर उन्होंने 15 दिन तक सैनिक को न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया था। इसके बाद कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज करनाल के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम गठित कर जांच शुरू की गई थी, लेकिन यह कमेटी एक माह बाद तक भी अपनी रिपोर्ट नहीं दे पाई है।

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सेटिग के लिए जुगत भिड़ाने में लगा अस्पताल प्रशासन इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप सामने आने पर जब दैनिक जागरण ने इसे उठाया तो 12 मार्च को जांच टीम ने सैनिक सतबीर सिंह के परिजनों और गवाहों को बुलाकर बातचीत की। सतबीर ने बताया कि इसी दिन जांच टीम ने अस्पताल स्टॉफ को भी मौके पर बुलाया और उनकी कई घंटे आमने-सामने बातचीत करवाई। इसके बाद 17 मार्च रविवार को संबंधित महिला चिकित्सक ने किसी परिचित को साथ लेकर पीड़ितों के साथ बातचीत भी की। उन्होंने इस मामले को बाहर ही निपटाने की पेशकश भी की है।--- जल्द रिपोर्ट नहीं आई तो किया जाएगा रोष प्रदर्शन पीड़ित सतबीर सिंह ने कहा कि अगर जल्द उन्हें न्याय नहीं दिया गया तो वह इसके विरोध में रोष प्रदर्शन करेंगे। राज्यमंत्री के आश्वासन को भी एक माह गुजर गया है। अभी तक चिकित्सकों अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है। यह न्याय के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ने का तैयार हैं।


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