हनी ट्रैप गिरोह का हो सकता है आढ़ती के अपहरण में हाथ
आढ़ती विनोद गर्ग के अपहरण और फिरौती मांगने वाले हनी ट्रैप गैंग के हो सकते हैं। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।
संवाद सहयोगी, लाडवा : आढ़ती विनोद गर्ग के अपहरण करने, फिरौती मांगने, आरोपितों के गिरफ्तार होने, आढ़ती के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने के पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ हो सकता है। जो आरोपितों को बचाने में लगा है, ताकि दोनों तरफ मामला दर्ज होने पर बात आपसी सहमति तक पहुंच सके। पुलिस भी इसी थ्यूरी पर जांच को आगे बढ़ा रही है। कार का संतुलन बिगड़ने के बाद फिरौती की रकम लेकर भागते समय घायल हुए दोनों आरोपितों को उपचार के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश कर एक आरोपित को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था।
पुलिस रिमांड के दौरान गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ उनके ठिकानों की जानकारी ली है। इस मामले में आढ़ती के खिलाफ हिमाचल प्रदेश में दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पुलिस का मानना है कि इस मामले में पूरा गिरोह है। जो योजनाबद्ध ढंग से काम कर रहा है। गिरोह के अन्य सदस्यों के गिरफ्तार होने के बाद ही खुलासा हो पाएगा। रिमांड अवधि समाप्त होने पर आरोपित को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बुधवार को हिमाचल पुलिस ने तलाश किए थे आढ़ती के कपड़े
हिमाचल पुलिस ने बुधवार को लाडवा आकर आढ़ती विनोद गर्ग के दो मई को पहने कपड़ों व धूप से बचने के लिए सिर पर ओढ़ने वाले साफे की तलाश की। हिमाचल पुलिस ने उस होटल के सीसीटीवी फुटेज को भी अपने कब्जे में लिया, जहां महिला ने आढ़ती पर दुष्कर्म किए जाने के आरोप लगाए थे। बताया जाता है कि होटल की सीसीटीवी फुटेज में आढ़ती होटल में अकेला जाता दिखाई दे रहा है, जहां वह होटल के रिसेप्शन से कमरे की चाबी लेकर कमरे में गया है। आढ़ती के कमरे में जाने के बाद कुछ देर बाद उक्त महिला भी होटल में आती दिखाई दे रही है जो कमरे में जाती दिखती है। पुलिस का मानना है कि यह मामला दुष्कर्म का न होकर आपसी सहमति का हो सकता है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है। यमुनानगर व पानीपत में सक्रिय है ऐसा गैंग
हिमाचल पुलिस का मानना है कि यह हनी ट्रैप का मामला हो सकता है। उन्होंने आढ़ती से लंबी पूछताछ की है। वहां दर्ज मामलों के आधार पर यह माना जा रहा है कि यह एक बड़ा गिरोह है जो हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब तथा यमुनानगर व पानीपत में सक्रिय है। इस गिरोह में छह-सात पुरूष व तीन-चार महिलाएं शामिल हैं। यह गिरोह फेसबुक, वाट्सएप, मैसेंजर व अन्य सोशल एप के जरिए युवकों व उम्रदराज आदमियों को फंसा कर उनसे बड़ी रकम वसूलते हैं। इस गिरोह के सदस्यों पर हिमाचल प्रदेश व हरियाणा में देह व्यापार के कई मामले भी दर्ज हैं। गिरोह के एक सदस्य के बारे में बताया जा रहा है कि उसने तीन शादियां कर रखी हैं और वह पानीपत, यमुनानगर व पांवटा साहिब में अलग-अलग नाम से रह रहा है। गिरोह के सदस्यों के फंसने पर ऐसे लोग भी हैं जो उन्हें पुलिस व अदालत में बचाने के तुरंत सक्रिय हो जाते हैं। दो मई को हुआ था आढ़ती का अपहरण
आढ़ती विनोद गर्ग का दो मई को अपहरण हो गया था, जिसके बाद हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब से उसके घर फोन करके साढ़े पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। लाडवा पुलिस व सीआइए वन की टीम ने कार्रवाई करते हुए न केवल आढ़ती को सकुशल छुड़वाया, बल्कि फिरौती लेकर भाग रहे दो अपहरणकर्ताओं को काबू करके उनके कब्जे से साढ़े पांच लाख रुपये की रकम भी बरामद की थी। इस मामले में पांच मई को उस समय नया मोड़ आ गया था, जब पांवटा साहिब के माजरा थाने में एक महिला ने विनोद गर्ग के खिलाफ माजरा के एक होटल में दुष्कर्म करने का आरोप लगा कर मामला दर्ज कराया था। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने आढ़ती विनोद गर्ग को छह मई को लाडवा से गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया था और उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। पुलिस की टीम गहनता से कर रही मामले की जांच
जांच अधिकारी मूल चंद का कहना है कि पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी के निर्देशानुसार पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस मामले की तह तक जाएगी, ताकि सच्चाई सामने आ सके। इस मामले में उक्त महिला व अन्य से भी पूछताछ की जानी है।
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