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शहीद नायक देशराज की बेटी पुलिस में भर्ती होकर करना चाहती है देश सेवा तो बेटा बनना चाहता है आइपीएस

गोबिदगढ़ (नयागांव) में शहीद नायक देसराज का शहादत दिवस प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 06:40 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 06:40 AM (IST)
शहीद नायक देशराज की बेटी पुलिस में भर्ती होकर करना चाहती है देश सेवा तो बेटा बनना चाहता है आइपीएस
शहीद नायक देशराज की बेटी पुलिस में भर्ती होकर करना चाहती है देश सेवा तो बेटा बनना चाहता है आइपीएस

संवाद सहयोगी, लाडवा : गोबिदगढ़ (नयागांव) में शहीद नायक देसराज का शहादत दिवस प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया। शहीद के पिता सेवाराम, माता शांति देवी, भाई राजकुमार, पत्नी सुंदरी देवी, बेटा अभिनय, बेटी पायल, गांव के सरपंच हुकम चंद व पूर्व सरपंच राजबीर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। शहीद सेवा समिति के जिला प्रधान रिकू शर्मा की अगुवाई में सदस्यों ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने स्मृति चिह्न भेंटकर शहीद के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। प्रतिमा पर माल्यार्पण करते वक्त शहीद की मां व परिवार के सदस्यों की आंखों से आंसू छलक आए।

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शहीद की पत्नी सुंदरी देवी ने बताया कि उसके परिवार का गुजारा पति की पेंशन से ही चल रहा है। इसके अलावा उनके पास आय का कोई खास साधन नहीं है। उसके बच्चे 10वीं व 12वीं कक्षा में पढ़ते हैं। उसकी बेटी पुलिस और बेटा आइपीएस बनना चाहता है। सरकार उनका सहयोग करें तो दोनों बच्चे अपना सपना साकार कर सकते हैं।

शहीद की बेटी पायल का कहना है कि उसे अपने पापा की शहादत पर गर्व है। वह भी पुलिस में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहती है।

बेटे अभिनय ने कहा कि वह 12वीं कक्षा में पढ़ता हैं और आइपीएस बनना चाहता है।

मुठभेड़ में उन्ही की गन छीनकर मार गिराए थे आंतकवादी

शहीद के भाई राजकुमार ने बताया कि शहीद देसराज जम्मू कश्मीर के बारामूला में तैनात थे। दो अक्टूबर 2007 को उसको कुछ आतंकवादी हरकत होने के संभावना हुई। वह अपने कमांडिग ऑफिसर के साथ क्षेत्र में पहुंचे। यहां 11 आतंकवादियों के साथ 11 घंटे मुठभेड़ चली। तीन अक्टूबर को सुबह चार बजे सर्च अभियान शुरू किया तो वहां से दो आतंकवादियों ने भागने का प्रयास किया। देसराज ने उनकी गन छीनकर आंतकवादियों को ढेर कर दिया, लेकिन वह खुद ग्रेनेड की चपेट में आ गए। वह गंभीर रूप से घायल होने के चलते 10वें दिन 12 अक्टूबर को शहीद हो गया। शहीद सेवा दल के जिला प्रधान रिकू शर्मा ने कहा कि वह शहीदों को सम्मान दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार को शहीद देसराज के परिवार की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए।


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