झूठा निकला नकाबपोशों के सोने की चेन व नगदी छीनने का मामला
- लैब संचालक ने तोड़फोड़ व मारपीट को दिया लूट का रंग - तोड़फोड़ व मारपीट करने के
- लैब संचालक ने तोड़फोड़ व मारपीट को दिया लूट का रंग
- तोड़फोड़ व मारपीट करने के पीछे भी सामने आए घरेलू कारण
संवाद सहयोगी लाडवा
लाडवा-इंद्री मार्ग पर सोमवार को गणेश डेंटल लैब में दिन-दहाड़े चार नकाबपोशों द्वारा की गई तोड़फोड़ व लूट की घटना फर्जी निकली। पुलिस जांच में लैब में कोई लूट नहीं हुई। वहां केवल युवकों द्वारा तोड़फोड़ की गई। इसके तोड़फोड़ करने के पीछे भी घरेलू कारण सामने आए हैं। शिकायत के बाद लाडवा पुलिस ने मामला दर्ज कर तोड़फोड़ करने वाले चार युवकों में से तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि चौथा आरोपी अभी फरार है।
पुलिस के अनुसार लैब संचालक राजेंद्र कुमार ने पुलिस को झूठी शिकायत देकर न केवल पुलिस को गुमराह करने का काम किया, बल्कि इस तोड़फोड़ व मारपीट की घटना को लूट का रंग देने के लिए फर्जी नकाबपोशों की कहानी भी बनाई थी, लेकिन पुलिस की निष्पक्ष जांच से मामले से पर्दा उठ पाया। पुलिस की जांच में मामला लैब में घुसकर तोड़फोड़ करने का जरूर सामने आया है, लेकिन लैब में रखी नगदी व सोने की चैन लूटकर ले जाना झूठा पाया गया। बताया जाता है कि लैब संचालक राजेंद्र कुमार ने दो विवाह कर रखे है। वह अपनी दूसरी पत्नी को अकसर उत्पीड़न कर उसे तंग करता है, जिस कारण घर में भी झगड़े आदि होते रहते है। इन झगड़ों आदि से तंग आकर उसके साले के लड़के इंद्रजीत उर्फ बंटी ने अपने साथियों के साथ गत सोमवार को दोपहर लैब में गया। उसको देखकर राजेंद्र कुमार भड़क गया और दोनों में आपसी कहासुनी हो गई। तकरार बढ़ने पर इंद्रजीत व उसके साथियों ने राजेंद्र कुमार के साथ हाथापाई कर मारपीट की व लैब के दरवाजे आदि के शीशे तोड़कर फरार हो गए। इस तोड़फोड़ व मारपीट को राजेंद्र कुमार ने लूट का रंग देने के लिए फर्जी नकाबपोशों की कहानी बताकर सोने की चेन व 16 हजार रुपये की नकदी लूटने की झूठी शिकायत पुलिस को दी। थाना प्रभारी सुरेंद्र ¨सह ने बताया कि जांच में लूटपाट की कोई बात सामने नहीं आई है।