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मातम, चीख पुकार, एक चिता पर पिता-दो पुत्रों का अंतिम संस्कार, बेसुध हुई महिलाएं

गोबर गैस प्लांट में चार लोगों की मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया था। शवों के पहुंचने पर 12 हजार से अधिक आबादी वाले गाव अमीन राम डेरापुर में शुक्रवार को चीख पुकार सुनाई दीं। बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की आंखों से बह रहे आंसू गम को बयां कर रहे थे। एक के बाद एक एंबुलेंस से जब चार शव गांव के श्मशान घाट पहुंचे तो महिलाएं बेसुध होने लगीं। एक परिवार के चार लोगों की मौत की सूचना पर सुबह से अंतिम दर्शन के लिए आसपास के गांव वालों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। एक चिता पर पिता और दो बेटों के अलावा दूसरी पर चाचा को मुखाग्नि दी गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Jul 2018 12:32 AM (IST)Updated: Sat, 21 Jul 2018 12:32 AM (IST)
मातम, चीख पुकार, एक चिता पर पिता-दो पुत्रों का अंतिम संस्कार, बेसुध हुई महिलाएं
मातम, चीख पुकार, एक चिता पर पिता-दो पुत्रों का अंतिम संस्कार, बेसुध हुई महिलाएं

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02 बजे रात को पहुंचा बलदेव का बड़ा बेटा मंदीप

10 बजे शुरू हुआ चारों का पोस्टमार्टम

11 बजे शव को गांव के श्मशान घाट लाया गया

12 बजे शव को मुखाग्नि दी गई प्वाइंटर

- चार अलग-अलग एंबुलेंस से आए शव

- शव उतरता देख बेसुध हुई महिलाएं

- एक ही चिता पर हुआ दो बेटों और पिता का अंतिम संस्कार

- चाचा जोगिंद्र को अलग चिता में दी गई आग

- कनाडा से आए बलदेव के बड़े बेटे मंदीप को लगा गहरा सदमा, किसी से नहीं की बात

- अंतिम दर्शन को गुरुद्वारा साहिब में एकजुट थे लोग जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गोबर गैस प्लांट में चार लोगों की मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया था। शवों के पहुंचने पर 12 हजार से अधिक आबादी वाले गाव अमीन राम डेरापुर में शुक्रवार को चीख पुकार सुनाई दीं। बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की आंखों से बह रहे आंसू गम को बयां कर रहे थे। एक के बाद एक एंबुलेंस से जब चार शव गांव के श्मशान घाट पहुंचे तो महिलाएं बेसुध होने लगीं। एक परिवार के चार लोगों की मौत की सूचना पर सुबह से अंतिम दर्शन के लिए आसपास के गांव वालों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। एक चिता पर पिता और दो बेटों के अलावा दूसरी पर चाचा को मुखाग्नि दी गई। इस दौरान वहा मौजूद हर शख्स की आखें भर आईं। हर कोई यही बोला ऐसा तो गाव में कभी नहीं देखा। जो आज देखना पड़ रहा है।

गोबर गैस प्लांट में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के बाद से गांव में मातम का माहौल था। हादसे में दो बेटे रुपिंद्र, देवेंद्र और उसके पिता बलदेव सिंह, चाचा जोगिंद्र की मौत हुई थी। बलदेव का बड़ा बेटा मंदीप कनाडा में रहता है और पोस्टमार्टम के लिए उसी का इंतजार किया जा रहा था। शुक्रवार रात दो बजे मंदीप गांव पहुंचा। बेटे को देख मां सुरजीत कौर की आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। सुबह दस बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ। 11 बजे पोस्टमार्टम हाउस से चार एंबुलेंस से शवों को गांव के श्मशान घाट लाया गया। एंबुलेंस के पीछे-पीछे भागीं महिलाएं

श्मशान घाट में एंबुलेंस के पहुंचते ही परिवार की महिलाएं शवों को देखने के लिए उसके पीछे दौड़ पड़ीं। इनमें से कुछ बेसुध होकर गिरने लगीं तो लोगों ने उन्हें संभाला। परिवार में चीख पुकार मच गई। हर कोई चारों के शवों को अंतिम बार देखना चाहता था। जैसे ही शवों को एंबुलेंस से निकाला गया तो महिलाएं बेसुध हो गई। नहीं थम रहे थे आंसू

बलदेव ¨सह और उनके बेटों रुपिंद्र और देवेंद्र सिंह को एक ही चिता पर और चाचा जोगिंद्र सिंह का अलग चिता पर मुखाग्नि दी गई। कनाडा से आए बलदेव के बड़े बेटे मंदीप ने पिता और भाइयों को, जबकि जो¨गद्र ¨सह के शव को उसके पुत्र गुरसेवक ने मुखाग्नि दी। एक ही परिवार के चार लोगों जलती चिता से लोगों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। नहीं कर रहा था किसी से बात

कनाडा से सुबह गांव पहुंचने के बाद बलदेव का बड़ा बेटा मंदीप किसी से बात नहीं कर रहा था। वह कभी मां की तरफ देखता तो कभी छोटे भाइयों के बच्चों की तरफ। शव को मुखाग्नि देने के बाद वह अपने आंसू नहीं रोक सका। लोगों ने उसे शांत कराया। वहीं सुबह अमेरिका से भी उसके ताऊ और चाचा गांव पहुंच गए थे। 15 दिन की बेटी के सिर से उठा बाप का साया

तीन पुत्रों के बलदेव ¨सह के परिवार में अब केवल एक पुत्र मंदीप ही बचा है। वह भी कनाड़ा में अपने परिवार के साथ रह रहा है। यहां पर केवल बलदेव ¨सह पत्नी सुरजीत कौर, रू¨पद्र ¨सह पत्नी, बेटी हरमन, बेटा साहब ¨सह तथा देवेंद्र की पत्नी व 15 दिन की बेटी है। पांच हजार से ज्यादा की भीड़ पहुंची घाट पर

चारों मृतकों के शव जैसे ही गांव में पहुंचे तो गांव के अलावा आसपास के लोग भी श्मशान घाट पहुंचे। डेरा रामपुरा के सभी परिवारों के लोग सुबह ही गुरुद्वारा साहिब में एकत्रित हो गए थे। करीब पांच हजार से ज्यादा लोग आग ठंडी होने तक श्मशान घाट में जुटे रहे। राजनीतिक व सामाजिक संस्थाओं के लोग पहुंचे सांत्वना देने

बलदेव ¨सह व जो¨गद्र ¨सह के परिवारों को सांत्वना देने के लिए विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संस्थाओं के लोग पहुंचे। इनेलो के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, भाजपा नेता जय भगवान शर्मा डीडी, जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण उमरी, शिरोमणि अकाली दल हरियाणा की महिला प्रदेशाध्यक्ष बीबी र¨वद्र कौर, हरियाणा सिख परिवार संघ के प्रदेशाध्यक्ष कंवलजीत ¨सह अजराना, भाजपा नेता साहिल सुधा, रमेश सुधा, धुम्मन ¨सह, डॉ. आरडी शर्मा सहित बड़ी संख्या में लोगों ने सांत्वना दी।


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