कुवि को एक सप्ताह में मिल सकता है स्थायी कुलपति
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को एक सप्ताह में स्थायी कुलपति मिल सकता है।
विनोद चौधरी, कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को एक सप्ताह में स्थायी कुलपति मिल सकता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कोरोना को हराकर वापस चंडीगढ़ लौटने पर इस मामले पर जल्द फैसला होने की उम्मीद है। इसी उम्मीद को देखते हुए कुलपति की कुर्सी पाने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों ने भी एडी-चोटी के जोर लगा दिए हैं। कुलपति के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार अपने-अपने आकाओं के दरबार के चक्कर लगा रहे हैं। कुलपति की नियुक्ति को लेकर सर्च कमेटी की दूसरी बैठक तीन सितबर को हुई थी। बताया जा रहा है कि इसी बैठक में सर्च कमेटी ने लिफाफा कर उच्चत्तर शिक्षा निदेशालय को भेज दिया था।
कुवि में कुलपति की कुर्सी को लेकर उच्चत्तर शिक्षा निदेशालय के पास 170 से अधिक आवेदन पहुंचे थे। ऐसे में प्रदेश भर से इच्छुक उम्मीदवार इस कुर्सी पर नजरें टिकाए हैं। गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 31 मार्च 2020 को कुलपति का कार्यकाल पूरा हो गया था। उसी दिन से डा. नीता खन्ना को कुवि कुलपति का कार्यभार सौंपा गया है। उन्हीं की देखरेख में कुलपति की नियुक्ति को लेकर प्रक्रिया शुरू की गई। कोरोना काल के चलते 19 जून को कार्यकारिणी परिषद की वर्चुअल बैठक बुलाई गई और इस बैठक में सर्च कमेटी के दो सदस्यों की नियुक्ति की गई। इसके बाद तीसरे सदस्य की नियुक्ति राज्यपाल की ओर से की गई। राज्यपाल नोमनी सदस्य नियुक्त होने पर सर्च कमेटी की पहली बैठक चंडीगढ़ के एक होटल में 22 अगस्त को हुई। इस बैठक में कुलपति के लिए पहुंचे आवेदनों पर चर्चा हुई। इसके बाद सर्च कमेटी की दूसरी बैठक तीन सितंबर को हुई। बताया जा रहा है कि इस बैठक में कमेटी की ओर से लिफाफा बंद कर उच्चत्तर शिक्षा निदेशालय को भेज दिया गया है।