कुंटिया चुनावों पर सवालिया निशान, कुवि प्रशासन ने किया इंफ्रास्ट्रक्चर देने से इंकार
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक संघ (कुंटिया) की कार्यकारिणी के चुनावों के लिए कुवि प्रशासन ने इंस्फ्रास्ट्रक्चर देने से इनकार कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक संघ (कुंटिया) की कार्यकारिणी के चुनावों के लिए कुवि प्रशासन ने इंस्फ्रास्ट्रक्चर देने से इनकार कर दिया है। इससे संघ और प्रबंधन के बीच तनातनी बढ़ गई है। कुंटिया ने भी शुक्रवार को बैठक बुलाकर आर-पार का एलान करते हुए पहले तय शेड्यूल के अनुसार ही चुनाव करवाने का फैसला लिया है।
कर्मचारी नेताओं ने कुवि प्रशासन पर गैर शिक्षक कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। गत वर्ष भी कुवि प्रशासन की ओर से चुनाव करवाने से इंकार करने पर कुंटिया को सर्वसम्मति से कार्यकारिणी का गठन करना पड़ा था। कुवि प्रशासन की इसी मनमर्जी का कानूनी तोड़ निकालने के लिए कुंटिया को इस दफा ट्रेड यूनियन एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया है।
कुंटिया अध्यक्ष सुनील कक्कड़ ने कहा कि कुवि की प्रगति में गैर शिक्षक कर्मचारियों का भी पूरा योगदान है। पिछले दिनों ही कुवि प्रशासन ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के चुनाव करवाए हैं। इसके लिए सभी सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई हैं। ऐसे में कुंटिया चुनावों के लिए इजाजत न देना सीधे-सीधे कर्मचारियों का उत्पीड़न है। उन्होंने कहा कि कुंटिया ट्रेड यूनियन एक्ट के तहत पंजीकृत यूनियन है और नियमानुसार इसके चुनाव करवाए जा सकते हैं। कुंटिया ने तय समय 19 फरवरी को ही मतदान करवाने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि गैर शिक्षक कर्मचारियों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने के साथ-साथ उन्हें मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। पूर्व प्रधान रामकुमार गुर्जर ने कहा कि कर्मचारी प्रशासन के सामने नहीं झुकेंगे। कर्मचारी नेता भारत भूषण ने कहा कि गैर शिक्षक विवि प्रशासन गैर शिक्षक कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है, सभी कर्मचारियों को एकजुट होकर इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। इस मौके पर रविद्र तोमर, कृष्ण पांडे, नरेंद्र वर्मा, अनिल लोहट, नरेश कुमार, संदीप खन्ना, नील कंठ शर्मा मौजूद रहे। वर्किंग डे की बजाय छुट्टी के दिन करवाएं मतदान
कुवि के लोक संपर्क अधिकारी डॉ. अशोक शर्मा ने कहा कि कुंटिया ने चुनाव करवाने के लिए परमिशन मांगी थी। कुवि प्रशासन की ओर से 19 फरवरी को वर्किंग डे की बजाय छुट्टी के दिन चुनाव करवाने की बात कही गई है। ऐसे में 19 फरवरी को चुनाव के लिए परमिशन नहीं दी गई है।