Kurukshetra News: पांचवें दिन भी नहीं हुआ कूड़े का उठान, गुस्साए लोग पहुंच रहे थानेसर नप कार्यालय में
शहरी स्थानीय निकाय की ओर से निजी कंपनी को सफाई का टेंडर अलाट होने के बाद लोगों को शहर में कूड़ा उठान की समस्या से निजात मिलने की आशा जगी थी लेकिन हो इसके उलट गया। शहर में पांच दिन से कूड़े का उठान नहीं हुआ है।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता : शहरी स्थानीय निकाय की ओर से निजी कंपनी को सफाई का टेंडर अलाट होने के बाद लोगों को शहर में कूड़ा उठान की समस्या से निजात मिलने की आशा जगी थी लेकिन हो इसके उलट गया। शहर में पांच दिन से कूड़े का उठान नहीं हुआ है। जबकि थानेसर नगर परिषद ने पांच दिन पहले चालकों से टिपरों की चाबियां लेकर बुधवार को कंपनी को सौंप दी थी। मगर कंपनी अब तक घर-घर दस्तक देकर कूड़े का उठान सुचारू रूप से नहीं कर पाई है। नगर परिषद अधिकारियों के मुताबिक शनिवार को भी महज 10 से 15 ही टिपर चल पाए। इसके चलते कई लोग शनिवार को थानेसर नगर परिषद कार्यालय में झगड़ने पहुंच गए।
लोगों ने शिकायत की कि पांच दिन से कूड़े का उठान ही नहीं होने से दुर्गंध उठने लगी है और नप अधिकारी फोन नहीं उठा रहे। ऐसे में क्या वह कूड़े को सड़क पर फेंक दें। मगर सुगम स्वच्छता प्राइवेट लिमिटेड के इंजीनियर विकास चौधरी के मुताबिक नप ने जो टिपर उन्हें सौंपे हैं उनमें से आठ ही चालू हालत में मिले, जबकि किसी की तार कटी हुई मिली तो किसी में बैटरी नहीं थी। ऐसे में कंपनी अभी टिपरों को ही ठीक करवाने में लगी हुई है।
खुद थानेसर नप कार्यालय आकर दर्ज करवानी पड़ी शिकायत :
मुकेश कुमार निजी नर्सिंग होम से मुकेश कुमार ने बताया कि वह हाउस कीपिंग के इंचार्ज है। पिछले कई दिनों से नप का टिपर म्यूनिसिपल कचरे का उठान करने के लिए नहीं आया है। पांच दिन से कूड़ा सड़ रहा है। इस संबंध में जब नप अधिकारियों को फोन किया तो वह फोन नहीं उठा रहे हैं। ऐसे में उन्हें थानेसर नगर परिषद में आकर शिकायत दर्ज करवानी पड़ी। मगर यहां बताया जा रहा है ठेका किसी निजी कंपनी को दे दिया गया है अब कूड़े का उठान वही करेगी। यह गंभीर समस्या है, जिसका उठान जल्द किया जाए।
25 जनवरी को कंपनी को सौंप दी थी चाबियां :
बिश्नोई थानेसर नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक रूपरविंदर बिश्नोई ने बताया कि उनके पास 24 जनवरी को चाबियां आ गई थी, जिसके बाद उन्होंने 25 जनवरी को टिपरों की चाबियां कंपनी को सौंप दी थी। उनके पास कूड़ा उठान को लेकर फोन आ रहे हैं। उन्होंने कंपनी के अधिकारी से अपील करके शनिवार को 15 के आसपास टिपर चलवाए हैं। कंपनी की ओर से जल्द ही सारे टिपर शुरू कर दिए जाएंगे।
नप ने आठ ही टिपर चालू हालत में सौंपे :
विकास सुगम स्वच्छता प्राइवेट लिमिटेड के इंजीनियर विकास चौधरी ने बताया कि अभी दो दिन ही पहले तो कंपनी को चाबियां मिली हैं। टाटा कंपनी से टिपरों का इंस्पेक्शन करवाया गया तो महज आठ ही चालू हालत में मिले। बाकी के टिपर बिगड़े हुए थे। किसी की तार कटी हुई थी तो किसी की बैटरी नहीं थी। टिपरों की मरम्मत करवाई जा रही है। प्रयास किया जा रहा है कि व्यवस्था को सामान्य लाया जाए। कुछ टिपर शनिवार को भी चलाए गए हैं।