मानवता और नैतिकता की राह पर चलकर भारत ने कायम की मिसाल : इंद्रेश
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि कोरोना काल में भारत ने मानवता और नैतिकता की राह पर चलते हुए विश्व भर में नई उम्मीद जगाते हुए एक मिसाल कायम की है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि कोरोना काल में भारत ने मानवता और नैतिकता की राह पर चलते हुए विश्वभर में नई उम्मीद जगाते हुए एक मिसाल कायम की है। इस काल में भारत ने ही विश्व को ऐसा नेतृत्व दिया है, जिससे उन्हें इससे राहत मिली है। उन्होंने ये बात मंगलवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित कोरोना उपरांत विश्व पटल पर भारत की बढ़ती संभावनाएं विषय पर आयोजित वेबिनार में बतौर मुख्यवक्ता कही। उन्होंने कहा कि हमने कई ऐसी चीजों को संभव होते देखा है जिन्हें कई सालों से असंभव माना जा रहा था। भारत ने इस वैश्विक महामारी के दौरान अपने समर्थक और विरोधी दोनों ही देशों को अपने हक में करते हुए धैर्य, साहस और भरोसे का परिचय दिया। 21वीं सदी भारत के नेतृत्व की सदी है। भारत का नेतृत्व महान नेतृत्व है। भारत ने इस कठिन काल में विश्व में साहस, धैर्य, भरोसे का निर्माण किया। भारत ने इसका निर्भीकता से सामना किया। पूरा विश्व भारत की सराहना व सम्मान कर रहा है। आज हम नई शिक्षा नीति के साथ नए भारत के निर्माण की ओर बढ़ रहे हैं जो बेरोजगारी को समाप्त करने व आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि कोरोना उपरांत विश्व पटल पर भारत की बढ़ती संभावनाएं और अधिक नजर आती हैं। विकसित, शिक्षित, समृद्धशाली व बेरोजगारी मुक्त, लिगभेद मुक्त भारत की नींव पड़ चुकी है। कुलपति डा. नीता खन्ना ने कहा कि इस व्याख्यान से लाखों युवाओं, शिक्षकों तथा छात्रों को एक नई ऊर्जा तथा दिशा मिलेगी। इस मौके पर कुलसचिव प्रो. भगवान सिंह चौधरी, डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. मंजूला चौधरी भी इस कार्यक्रम से जुड़े रहे। कार्यक्रम का संचालन डा. विवेक चावला ने किया। आइटी सेल के निदेशक डा. सुनील ढींगड़ा, लोक संपर्क विभाग के निदेशक प्रो. ब्रजेश साहनी, उप-निदेशक डा. दीपक राय तथा डा. राहुल ने ऑनलाइन संचालन में सहयोग किया।