21 दिनों में 4.46 पेट्रोल और 2.70 रुपये डीजल के दाम हुए कम
लंबे समय से तेल के बढ़ते दामों से ¨चतित आम जन के लिए यह दीवाली करोड़ों रुपये की राहत लेकर आई है। 18 अक्टूबर से आठ नवंबर तक की पेट्रोल के दामों में 4.46 रुपये और डीजल के दामों में 2.70 रुपये की कमी आई है। ऐसे में पिछले 21 दिनों में कुरुक्षेत्र के पेट्रोल व डीजल उपभोक्ताओं को अब तक 35 से 40 करोड़ रुपये की राहत मिली है। इसमें से 25 करोड़ रुपये से ज्यादा की राहत तो डीजल उपभोक्ताओं को ही मिली है। 18 अक्टूबर को जहां पेट्रोल के दाम 81.20 रुपये थे अब वह घटकर 76.74 रुपये पर पहुंच गए हैं।
विनोद चौधरी, कुरुक्षेत्र : लंबे समय से तेल के बढ़ते दामों से ¨चतित आम जन के लिए यह दीवाली करोड़ों रुपये की राहत लेकर आई है। 18 अक्टूबर से आठ नवंबर तक की पेट्रोल के दामों में 4.46 रुपये और डीजल के दामों में 2.70 रुपये की कमी आई है। ऐसे में पिछले 21 दिनों में कुरुक्षेत्र के पेट्रोल व डीजल उपभोक्ताओं को अब तक 35 से 40 करोड़ रुपये की राहत मिली है। इसमें से 25 करोड़ रुपये से ज्यादा की राहत तो डीजल उपभोक्ताओं को ही मिली है। 18 अक्टूबर को जहां पेट्रोल के दाम 81.20 रुपये थे अब वह घटकर 76.74 रुपये पर पहुंच गए हैं। इसी तरह डीजल के दाम 74.26 से घटकर 71.56 तक पहुंच गए हैं।
जिले भर में 150 के लगभग पेट्रोल और डीजल पंप हैं। इन पंपों पर हर दिन 10 लाख लीटर से ज्यादा डीजल और दो लाख लीटर से अधिक पेट्रोल की खपत होती है। लाखों वाहन चालक आए दिन 10 करोड़ रुपये के लगभग का पेट्रोल और डीजल खरीदते हैं। तेल के दामों में आ रही गिरावट से वाहन चालकों को हर दिन डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत हो रही है। पिछले 21 दिनों के तेल के दामों के मुकाबले अभी तक ही 35 करोड़ रुपये के लगभग की बचत हुई है। चार अक्टूबर को मिली थी पांच रुपये की राहत
केंद्र सरकार की ओर से चार अक्टूबर को 2.50 रुपये की राहत दी गई तो इसके साथ ही प्रदेश ने भी अपने यहां 2.50 रुपये की कटौती की थी। सरकार का यह फैसला पांच अक्टूबर को 12 बजे से लागू होना था। लेकिन इसी दिन से लगातार तेल के दामों में बढ़ोतरी हो गई थी। पांच अक्टूबर की रात को ही पेट्रोल में 40 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 39 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी। ऐसे में उपभोक्ताओं का यह पांच रुपये की राहत भी कटौती के बाद मिली थी।
चार अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक दोबारा बढ़ रहे थे दाम
चार अक्टूबर की घोषणा के बाद पांच अक्टूबर से दोबारा तेल के दामों में बढ़ोतरी शुरू हो गई थी। यह बढ़ोतरी 16 अक्टूबर तक जारी रही । इन लगभग 10 दिनों में ही पेट्रोल के दामों में दोबारा 1.30 रुपये प्रति लीटर और डीजल में भी 2.67 रुपये की बढ़ोतरी हो गई थी। पंप संचालकों को हो रहा नुकसान
जिला पेट्रोलियम एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने बताया कि जिले भर में 150 के करीब पेट्रोल और डीजल पंप हैं। इन पंपों पर आए दिन 10 लाख लीटर से ज्यादा डीजल और दो लाख लीटर से अधिक पेट्रोल की खपत होती है। 18 अक्टूबर से लगातार तेल के दाम कम हो रहे हैं। इससे उपभोक्ता को बेशक फायदा हो रहा हो, लेकिन पंप संचालक को तो नुकसान हो रहा है। उन्हें तो तेल महंगे दामों पर खरीद कर घटे हुए दामों में बेचना पड़ रहा है।