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मैं निर्दोष हूं, कायर भी नहीं हूं, इज्जत चली गई जीकर क्या करूंगा

गर : ससुराल में आकर बाथरूम ससुराल में आकर बाथरूम में फंदे पर लटकने से पहले पिहोवा के भाजपा नेता मदनलाल के बेटे (36) राइस व्यापारी हरिनारायण उर्फ गोल्डी ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखा। उसके आधार पर पुलिस ने दो महिला सहित छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Sep 2018 01:36 AM (IST)Updated: Sat, 01 Sep 2018 01:36 AM (IST)
मैं निर्दोष हूं, कायर भी नहीं हूं, इज्जत चली गई जीकर क्या करूंगा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : ससुराल में आकर बाथरूम में फंदे पर लटकने से पहले पिहोवा के भाजपा नेता मदनलाल के बेटे (36) राइस व्यापारी हरिनारायण उर्फ गोल्डी ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखा। उसके आधार पर पुलिस ने दो महिला सहित छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया है। पोस्टमार्टम के बाद सिटी जगाधरी पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। ध्यान रहे कि हरिनारायण पत्नी रितु के साथ 29 अगस्त को अपनी ससुराल सेक्टर 15 जगाधरी में आए थे। 30 अगस्त की देर शाम हरिनारायण का शव फंदे पर लटका मिला था। उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला है। थाना प्रभारी राजीव मिगलानी का कहना है कि गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।

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ये लिखा दो पेज का सुसाइड नोट

मैं हरिनारायण उर्फ गोल्डी बयान लिखने जा रहा हूं। क्योंकि दिमागी रूप से मैं बहुत परेशान हो चुका हूं। आदमी को ¨जदगी में सबसे बड़ी चीज होती है, उसकी इज्जत, मान, सम्मान व समाज में रेपोटेशन। इस घटनाक्रम के बाद मेरी इज्जत तार-तार हो गई है। मर तो मैं उसी समय गया था, जब मुझे बहुत की गहरी और संगीन चाल में फंसाकर बलि का बकरा बनाया गया। प्रथम दृष्टि देखने से सभी सुबूत मेरे खिलाफ हैं, परंतु यह भी अटल सत्य है कि मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं। यह बात आज भी सच है और वक्त के साथ साथ सच्चाई लोगों के सामने भी आ जाएगी। जिन लोगों से मेरे पैसे आने है, उन पर भी मुझे पूरा विश्वास है कि वो समय पर पैसे लौटा देंगे। फिर भी आपसे प्रार्थना है कि इसके लिए मेरी पत्नी व बच्चों को परेशान न किया जाए।

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रोज मरने से अच्छा एक दिन ही मौत को गले लगा लूं

सुसाइड नोट में लिखा कि राजपुरा निवासी मदन ठकुराल पर अन्य ने उसे झूठे केस में फंसाया है। मर तो मैं उसी समय गया था, जब मुझे संगीन चाल में फंसाकर बलि का बकरा बनाया था। रोज मरने से अच्छा है एक दिन की मौत को गले लगा लूं। कारोबार में मेरे पार्टनर प्रशांत मेहता उर्फ विक्की शर्मा के पास फर्म का लगभग 20-25 लाख रुपये का हिसाब है। तंबोला, किट्टी, सूप के लगभग बकाया 33-35 लाख हमने देने है। 20-25 लाख का हिसाब विक्की के पास है। बाकी पैसे समय के साथ मेरी पत्नी दे देगी। आपका एक भी पैसे डूबेगा नहीं। ऐसा मैं आपको विश्वास दिलाता हूं। क्योंकि मैं जाते हुए अपने माथे पर यह कलंक भी नहीं लेकर जाना चाहता कि मैंने लोगों का पैसा मार लिया, लेकिन उसके लिए आपको थोड़ा समय और सब्र करना पड़ेगा। आपका पैसा जरूर मिलेगा। जिस झूठे घटनाक्रम में मुझे फंसाया है। उसमें झूठ की हार होगी, जीत सत्य की होगी। वह कायर नहीं है। इज्जत चली गई। इसलिए जान दे रहा है।

इन पर हुआ केस दर्ज

जमीन जायदाद हड़पने के लिए पहले मेरा इस्तेमाल करना चाहते थे। मेरे न मानने पर उन्होंने इस प्रकार की साजिश रची। पुलिस ने सुसाइड नोट व मृतक के भाई रामकिशन की शिकायत पर पंजाब के राजपुरा निवासी मदन ठकुराल, पत्नी अंजू, बेटे अरुण ठकुराल, देवेंद्र ठकुराल, राज रानी और कमल चोपड़ा पर केस दर्ज किया है।


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