अस्पताल से भागकर धरने पर पहुंचे भावी चिकित्सक
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : इंटर्नशिप भत्ता बढ़ाने की मांग पर चार दिन से आमरण अनशन कर रहे हरिया
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
इंटर्नशिप भत्ता बढ़ाने की मांग पर चार दिन से आमरण अनशन कर रहे हरियाणा के एकमात्र श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के पांचों विद्यार्थियों को सोमवार ¨प्रसिपल और शिक्षक समझा-बुझाकर एलएनजेपी अस्पताल उपचार के लिए ले गए। अस्पताल पहुंचते ही उन्हें ड्रिप लगाई गई। अचानक विद्यार्थी उठकर बैठ गए और उन्होंने ड्रिप उतार दी। कॉलेज से उन्हें लेकर आए डॉ. आशीष मैहता व डॉ. सुरेंद्र सरहावत ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वे ड्रिप उतारकर चल दिए। दूसरी मंजिल से पैदल चलकर विद्यार्थी नीचे पहुंचे तो कॉलेज ¨प्रसिपल डॉ. उषा दत्त ने एक विद्यार्थी का हाथ पकड़ लिया और रुक जाने की अपील की। इतना ही नहीं इस विद्यार्थी को एक तरफ से ¨प्रसिपल तो दूसरी तरफ से छात्राओं ने खींचना शुरू कर दिया। तभी विद्यार्थी अक्षय बोला कि वह अपने साथियों से गद्दारी नहीं कर सकता। ¨प्रसिपल ने कहा कि वह उनके बच्चे के समान है मान जाओ, लेकिन विद्यार्थी हाथ छुड़ाकर बाहर चला गया। विद्यार्थियों के इस रुख को देखकर शिक्षक उन्हें श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल की एंबुलेंस से लेकर वापस धरना स्थल पर पहुंच गए। विद्यार्थियों के प्रतिनिधि मंडल से नहीं मिले वित्तमंत्री कॉलेज के कुलसचिव डॉ. कृष्ण चंद जाटियान, शिक्षक डॉ. अशोक राणा व विद्यार्थी रजत बंसल, कोमल गोयल, कंचन व राजगुरु की टीम का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को कुरुक्षेत्र वित्तमंत्री से उनके निवास स्थान पर मिलने के लिए रवाना हुआ। विद्यार्थियों के मुताबिक शिक्षक वित्तमंत्री के पीए से मिलने चले गए, जबकि उन्हें वे¨टग रूम में ही बैठाए रखा। सुबह की दोपहर हो गई तब उन्हें शिक्षकों द्वारा बताया गया कि वित्तमंत्री की डॉक्टर के साथ अप्वाइंटमेंट थी और वे वहां निकल गए हैं। दोबारा आने पर बात होगी। शिक्षकों ने कहा कि अगर उन्हें कहीं घूमकर आना है तो घूम आएं। इस पर विद्यार्थी वहां से वापस आ गए। विद्यार्थियों ने कहा कि सायं को शिक्षकों ने वित्तमंत्री द्वारा हस्ताक्षर करके भत्ता बढ़ाने दिया है, जिसका नोटिफिकेशन जल्द हो जाएगा। मगर विद्यार्थियों ने साफ कर दिया कि जब तक नोटिफिकेशन नहीं आता वे तस से मस नहीं होंगे। मौके पर तैनात हुई पुलिस जैसे आमरण अनशन पर बैठे पांचों विद्यार्थियों को अस्पताल लाया गया पीछे से पुलिस की एक टुकड़ी धरना स्थल पर पहुंच गई। वहीं मौके पर थाना प्रभारी प्रतीक कुमार भी मुस्तैद हो गए। देर सायं तक टुकड़ी मुस्तैद रही। डीजी से भी बात करने से किया मना सोमवार को जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. सुदेश जाटियान धरना स्थल पर पहुंची और विद्यार्थियों से कहा कि वे किसी भी एक नेता को आगे भेजें जिसकी वे महानिदेशक डॉ. साकेत से बात करा सकें। इस दौरान जब विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें नोटिफिकेशन या अधिकारी लिखकर दें कि उनकी मांगें पूरी हो जाएंगी, तो अधिकारी ने बोला कि डीजी साहब ने बोला है कि वे मांगें लिखकर दें। इस पर विद्यार्थियों ने तालियां बजानी शुरू कर दी और कहा कि 13 दिन से वे हड़ताल पर बैठे हैं चार दिन से पांच विद्यार्थी आमरण अनशन पर हैं और उनके अधिकारी अब भी उनकी इकलौती मांग पूछ रहे हैं। इस पर विद्यार्थियों ने तालियां बजाकर दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि अगर सचमुच उनके लिए थोड़ा बहुत भी ¨चतित हैं तो मौके पर आकर विद्यार्थियों से बात करें। विद्यार्थियों की निजी लैब से भी कराई जांच डॉ. अमित ने बताया कि जिला अस्पताल के चिकित्सक की रिपोर्ट कुछ ओर कह रही है जबकि बाहर से निजी लैब से कराई गई रिपोर्ट कुछ औरर कह रही है। डॉ. अमित श्योराण ने बताया कि बाहर से पांचों विद्यार्थियों की रिपोर्ट नॉर्मल आई है। ऐसे में उन्हें केवल बीमार होने का खतरा दिखाकर आमरण अनशन से उठाया गया है। गर्ल्स हॉस्टल में नहीं जाएंगी छात्राएं छात्राओं ने सोमवार को गर्ल्स हॉस्टल में भी जाने से मना कर दिया और खुले तौर पर कह दिया कि रात्रि को कोई भी छात्रा गर्ल्स हॉस्टल में नहीं जाएंगी। इस बात पर जब कॉलेज प्रशासन से पूछा गया तो कॉलेज प्रशासन ने कहा कि अगर छात्राएं हॉस्टल में नहीं जाएंगी तो उनके परिजनों को फोन करके यह सूचना दी जाएगी। कुलसचिव बोले, दस हजार रुपये हो गया भत्ता, नोटिफिकेशन जल्द होगा जारी श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. कृष्ण चंद जाटियान ने बताया कि वित्त विभाग से फाइल पास हो गई है। विद्यार्थियों का भत्ता दस हजार रुपये करने की मंजूरी मिल गई है। सरकार के प्रयासों से विद्यार्थियों के लिए यह बड़ी सौगात है, जिसका नोटिफिकेशन जल्द ही हो जाएगा। विद्यार्थियों से अपील है कि वे आमरण अनशन व धरना छोड़कर कक्षाओं में वापस लौट जाएं।