नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचे सात लेक्चरार, कॉलेज प्रशासन ने मना कर दिया
हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (एचपीएससी) द्वारा श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के लिए सात लेक्चरारों को नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिए। इस पर आयुष विवि ने कॉलेज प्रशासन को स्टे लगे होने का पत्र जारी करइन्हें ज्वाइनिग कराने से ही मना कर दिया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (एचपीएससी) द्वारा श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के लिए सात लेक्चरारों को नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिए। इस पर आयुष विवि ने कॉलेज प्रशासन को स्टे लगे होने का पत्र जारी करइन्हें ज्वाइनिग कराने से ही मना कर दिया। चयनित उम्मीदवारों का कहना है कि उनकी भर्ती पर कोई स्टे है ही नहीं। अगर ऐसा होता तो एचपीएससी उन्हें नियुक्ति पत्र क्यों जारी क्यों करता। पंचकर्मा लेक्चरार की भर्ती पर जरूर स्टे लगा है। मामले को लेकर चयनित उम्मीदवार के परिजन स्वास्थ्य मंत्री दरबार में भी पहुंच गए। पंचकर्मा लेक्चरार पद पर इसलिए लगा स्टे
पंचकर्मा में एक ही लेक्चरार का पद स्वीकृत है, जिस पर अभी डॉ. अशोक राणा तैनात हैं। जब आयुर्वेदिक कॉलेज के लिए एक और पंचकर्मा लेक्चरार की भर्ती निकाली गई तो उन्होंने आपत्ति जता दी। उनका कहना है कि जब वे पहले से लेक्चरार के पद पर कार्यरत हैं और दूसरी सीट भी नहीं है तो भर्ती क्यों। उन्होंने पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। साथ ही यह मांग भी की कि उन्हें प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत किया जाए। इसके बाद नई भर्ती कर ली जाए तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। उनकी याचिका पर हाई कोर्ट ने स्टे दे दिया।
अभी स्टे नहीं
पैथोलॉजिस्ट डॉ. सुनील व एक अन्य चयनित लेक्चरार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वे शनिवार को ज्वाइनिग करने के लिए गए थे, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने कोर्ट केस होने की बात कहकर ज्वाइन कराने से मना कर दिया। जबकि अभी तक इस मामले में कोई स्टे नहीं है। 13 के बाद ही होगा फैसला
श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के कार्यकारी प्रिसिपल डॉ. देवेंद्र खुराना ने बताया कि उनके पास वीसी कार्यालय से रजिस्ट्रार का पत्र आया था कि इस मामले में कोर्ट केस चल रहा है, जिसमें स्टे लगा हुआ है। 13 अगस्त को न्यायालय में केस की तारीख है। उस पर कुछ फैसला होने के बाद ही आगे की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। इस पत्र को उच्चाधिकारियों को भेजकर मार्गदर्शन मांगा गया है।