बिछे किसानों के अरमान, गिरे मकान, गई जान
पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश ने किसानों की फसलों को खराब कर दिया। धान से लेकर बाजरा की फसल खेतों में बिछ गई। सोमवार को थानेसर ब्लाक में सबसे ज्यादा 105 एमएम बारिश हुई। वहीं शाहाबाद और बाबैन में दो मकानों की छत ढह गई। शाहाबाद के गांव शरीफगढ़ में कच्चे मकान की छत गिरने से 55 वर्षीय हरदेव ¨सह की मौत हो गई। बाबैन के गांव गुढ़ा में सुबह चार बजे मकान की छत गिरने से महिला मुन्नी व उसका बेटा बेटा छोटे शाह घायल हो गए। दोनों को उपचार के लिए एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश ने किसानों की फसलों को खराब कर दिया। धान से लेकर बाजरा की फसल खेतों में बिछ गई। सोमवार को थानेसर ब्लाक में सबसे ज्यादा 105 एमएम बारिश हुई। वहीं शाहाबाद और बाबैन में दो मकानों की छत ढह गई। शाहाबाद के गांव शरीफगढ़ में कच्चे मकान की छत गिरने से 55 वर्षीय हरदेव ¨सह की मौत हो गई। बाबैन के गांव गुढ़ा में सुबह चार बजे मकान की छत गिरने से महिला मुन्नी व उसका बेटा बेटा छोटे शाह घायल हो गए। दोनों को उपचार के लिए एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कहां कितनी हुई बरसात
क्षेत्र में रविवार रात से आरंभ हुई बारिश के कारण जिले के खंड बाबैन, शाहाबाद, लाडवा, थानेसर, इस्माईलाबाद व पिहोवा में जीरी की फसल बर्बाद हो गई। बाबैन में 91 एमएम, इस्माइलाबाद में 10 एमएम, पिहोवा में 27 एमएम, लाडवा 62 एमएम, शाहाबाद में 46 एमएम व थानेसर में 105 एमएम बारिश हुई। मौसम विभाग ने रात को भी बरसात होने की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। बाक्स
बारिश के कारण मकान की छत गिरने से मलबे में दबा मुन्नी का परिवार
बाबैन संवाद सूत्र के अनुसार रविवार को देर रात हुई बारिश में गांव गुढ़ा में सुबह चार बजे के लगभग मुन्नी पत्?नी अंगूर शाह व उसका बेटा छोटे शाह अपने मकान में बैठे हुए थे। मकान की कच्ची छत होने के कारण मकान की छत घर में बैठे मुन्नी व उनके पुत्र छोटे शाह के उपर गिर गई। जैसे ही दोनों ने चीखे आस पास के लोगों ने तुरंत बाहर निकाल लिया। घायलावस्था में दोनों को बाबैन अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत नाजुक होने के कारण उन्हें एलएनजेपी अस्पताल कुरुक्षेत्र में भर्ती कराया गया है। वहीं दूसरी और गांव रामशरण माजरा में संदीप पुत्र जगीर ¨सह की भी मकान छत गिरने के कारण काफी नुकसान हुआ है और छत गिरने के कारण उनकी मोटरसाइकिल व अन्य जरूरत का समान मलबे के नीचे दब गया। मारकंडा नदी की मार व बरसात से खेतों की फसल तबाह संवाद सहयोगी, शाहाबाद के अनुसार तेज वर्षा और मारकंडा नदी में आए उफान के कारण गांव कठवा व पाडलू में खेतों की फसल तबाह हो गई है। धान की फसल पानी में विलीन हो गई है और पशुओं के चारे की भी दिक्कत पैदा हो गई है। मारकंडा नदी के पानी की मार गांव कठवा के खेतों में पड़ी हैं। गांव के सरपंच अमरेंद्र ¨सह ने बताया कि मारकंडा नदी की मार हर मौसम में कठवा के किसानों को पड़ती है, लेकिन प्रशासन नदी की मार से बचाने के कोई पुख्ता प्रबंध नहीं कर रहा है। जसबीर ¨सह, जंगदिलावर ¨सह, संजय राणा, गगन, जसबीर ¨सह, प्रकाश ¨सह आदि अनेक किसानों की फसल बर्बाद हुई है।