सरकार को संतों और मठ मंदिरों की रक्षा करनी चाहिए : महंत जगन्नाथ
कुरुक्षेत्र अखिल भारतीय श्री मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा कि कितनी विडंबना है कि भारतवर्ष में ही आज साधु संत सुरक्षित नहीं हैं। उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए सरकार से गुहार लगानी पड़ रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अखिल भारतीय श्री मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा कि कितनी विडंबना है कि भारतवर्ष में ही आज साधु संत सुरक्षित नहीं हैं। उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए सरकार से गुहार लगानी पड़ रही है। दुर्भाग्य है कि एक तरफ जहां संतों की हत्या की जा रही है, उनसे मारपीट की जा रही है, उसी के साथ सरकार उनके मठ और मंदिरों पर कब्जा करने की तैयारी रही है। सरकार का यह निर्णय हिदू विरोधी है। महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा कि सरकार अन्य धर्मों के धार्मिक स्थलों का अधिग्रहण क्यों नहीं करती है। आज इस कोरोना महामारी के चलते हिदू मंदिरों, धर्म अनुयायियों, मठों, साधु-संतों तथा धार्मिक व सामाजिक संगठनों के लोगों ने मिलकर देश की जनता को आसरा दिया है। मिलकर जरूरतमंद लोगों को भोजन करवाने तथा आश्रय देने का काम किया है। इस लोक डाउन के दौरान देश की जनता का हर प्रकार से ख्याल रखा है। उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ तो बात करती है एक देश एक कानून। अगर सरकार देश के सभी लोगों को बराबर लेकर चलना चाहती है तो सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों के लिए एक कानून होना चाहिए। अगर साधु संत सुरक्षित न हुए तो देश के सभी धार्मिक व सामाजिक संगठन मिलकर एक देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की की होगी।