हैफेड मक्का की खरीद में कर रही आनाकानी
मेरा पानी मेरी विरासत के तहत सरकार ने इस बार किसानों को धान की जगह मक्का बिजाई करने के लिए प्रेरित किया।
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संवाद सहयोगी, लाडवा : मेरा पानी मेरी विरासत के तहत सरकार ने इस बार किसानों को धान की जगह मक्का की बिजाई करने के लिए प्रेरित किया था। लाडवा तहसील के अधीन आने वाले लगभग 41 किसानों ने 63 एकड़ में मक्का की बिजाई की थी, जिसका किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा के तहत पोर्टल पर पंजीकरण कराया था। अब किसानों का मक्का की फसल खरीदने में आनाकानी की जा रही है। किसान विनोद कुमार बन व कुलदीप सिंह बन ने बताया कि उन्होंने इस बार धान की जगह तीन एकड़ में मक्का की बिजाई की थी। अधिकारियों ने उन्हें सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहित राशि देने के साथ मक्का की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने का आश्वासन दिया था। अब तक न तो प्रोत्साहित राशि उनके खाते में आई है और न ही खरीद एजेंसी मक्का खरीद रही है। खरीद न होने से आढ़ती की दुकानों पर बोरियों में भरकर लगाना पड़ रहा है। उनको मंडी में मक्का सूखाने और साफ करने के लिए भी जगह नहीं मिल पा रही है। मार्केट कमेटी के सचिव जसबीर सिंह ने बताया कि लाडवा में 41 किसानों ने 63 एकड़ में मक्का की बिजाई का पंजीकरण कराया है। अब तक मंडी में सात किसान लगभग 180 क्विंटल मक्का की फसल लेकर आए हैं। जिनके गेट पास कटे है और 105 क्विंटल की खरीद हैफेड ने की है। खरीद एजेंसी के अनुसार 14 प्रतिशत नमी और 10 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से ही मक्का की खरीद की जा रही है। एक दिन एक किसान का लगभग 50 क्विंटल मक्का खरीदा जा रहा है।