Move to Jagran APP

जीआइएमटी प्रबंधकों ने किया हॉस्टल खाली कराने का प्रयास

गीता इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी प्रबंधकों द्वारा कॉलेज को बंद करने का मामला तुल पकड़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Aug 2018 01:09 AM (IST)Updated: Sat, 11 Aug 2018 01:09 AM (IST)
जीआइएमटी प्रबंधकों ने किया हॉस्टल खाली कराने का प्रयास
जीआइएमटी प्रबंधकों ने किया हॉस्टल खाली कराने का प्रयास

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गीता इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी प्रबंधकों द्वारा कॉलेज को बंद करने का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। छात्रों ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को संस्थान के प्रबंधकों ने हॉस्टल खाली कराने का प्रयास किया। हालांकि छात्रों ने बाहर जाने से मना कर दिया। छात्रों की मैस कई दिन पूर्व ही बंद कर दी गई। छात्रों के साथ जबरदस्ती की सूचना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य मौके पर पहुंच गए और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विवाद को बढ़ता देख मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने छात्रों को समझाया। हालांकि मामले में कॉलेज प्रशासन की ओर से अपना पक्ष नहीं दिया जा रहा है।

loksabha election banner

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने आरोप लगाया कि जीआईएमटी कालेज ने छात्रों से फीस वसुलने के बाद तुरंत कालेज बंद करने के आदेश दे दिए । छात्रों का जबरदस्ती माइग्रेशन किया जा रहा है। अभाविप कुरुक्षेत्र के जिला संयोजक संदीप सजुमा ने बताया कि कालेज प्रशासन छात्रों व एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के साथ काफी बेरुखी से पेश आ रहा है। इस मौके पर अभाविप कुरुक्षेत्र विभाग प्रमुख सुभाष कलसाना, मनदीप ¨सह, अजय सैनी, रवि, अमित ढांडा, गौरव सैनी मौजूद रहे। धमका रहे हैं कॉलेज प्रबंधन के सदस्य

छात्रों ने आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रबंधन के सदस्य छात्रों को धमका रहे हैं। शुक्रवार को इसी कड़ी में लगभग 80 छात्रों को हास्टल खाली करने के आदेश दिए गए हैं।

इनमें से ज्यादातर कश्मीर नेपाल व अन्य राज्यो से हैं। जिन्हें जबरदस्ती बिना पूर्व सूचना के तुरंत निकल जाने का आदेश दे दिया गया है। यहां तक की उनका खाना तक बंद कर दिया गया। छात्राओं को पहले ही हास्टल से बाहर कर दिया गया है। मामला बढ़ता देख 12 सदस्यों को किया गिरफ्तार

मामले में शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों द्वारा गेट पर प्रदर्शन के दौरान दोनों और काफी बहस हुई। मामले को बढ़ता देख पुलिस ने छात्र संघ के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया और उन्हें सदर थाना पिपली में ले गई। जहां पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। मामले में कॉलेज प्रबंधकों को फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.