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गीता का कर्म का संदेश महिलाओं के सम्मान तथा जनकल्याण से ही सार्थक : ब्रह्माचारी

भारत साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और जयराम संस्थाओं के अध्यक्ष ब्रह्मास्वरुप ब्रह्माचारी के सानिध्य में ब्रह्मासरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ परिसर में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इसमें डीसी डॉ.एसएस फुलिया नगराधीश सतबीर कुंडू व पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने श्रद्धा विश्वास और आस्था का खूंटा गाड़ कर किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 06:20 AM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 06:20 AM (IST)
गीता का कर्म का संदेश महिलाओं के सम्मान तथा जनकल्याण से ही सार्थक : ब्रह्माचारी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भारत साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और जयराम संस्थाओं के अध्यक्ष ब्रह्मास्वरुप ब्रह्माचारी के सानिध्य में ब्रह्मासरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ परिसर में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इसमें डीसी डॉ.एसएस फुलिया, नगराधीश सतबीर कुंडू व पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने श्रद्धा, विश्वास और आस्था का खूंटा गाड़ कर किया। इसी के साथ विद्यापीठ में गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों के लिए पूरे विधि विधान के साथ भगवान श्री रामभक्त हनुमान का आह्वान कर भूमि पूजन भी किया गया।

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ब्रह्मास्वरुप ब्रह्माचारी ने बताया कि तीन दशक से भगवान श्रीराम के प्रिय भक्त हनुमान का खूंटा गाड़कर आस्था और श्रद्धा से आह्वान कर प्रार्थना की जाती है कि गीता जयंती महोत्सव के सभी कार्य निíवघ्न सम्पन्न हों। कामना की जाती है कि देश में सुख समृद्धि आए और देश का विकास हो। विद्यापीठ का लक्ष्य है कि भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकला गीता का संदेश पूरे विश्व के जन मानस तक पहुंचे। गीता का कर्म का संदेश महिलाओं तथा बच्चियों के सम्मान के साथ समाज कल्याण व जनहित से किए कार्यों से ही सार्थक है। पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहाकि कुरुक्षेत्र में गीता जयंती की वास्तविक शुरुआत जयराम विद्यापीठ ने की थी और आज राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गीता जयंती महोत्सव का विस्तार हो चुका है। उन्होंने गीता जयंती महोत्सव के शुभारम्भ का श्रेय विद्यापीठ को देते हुए कहाकि आज गीता का संदेश जन जन तक पहुंच रहा है। कुरुक्षेत्र की पहचान में भी जयराम विद्यापीठ का विशेष योगदान है। ब्रह्माचारी ने बताया कि हनुमत ध्वजारोहण 30 नवंबर को होगा। दो दिसंबर को गीता जयंती महोत्सव शुभारम्भ से पूर्व गुरु परम्परा के अनुसार मंदिरों की वाíषक मूíत प्राण प्रतिष्ठा उत्सव एवं विधिवत पूजन होगा। दो से पांच दिसंबर तक विद्यापीठ में आयोजित की जाने वाली राच्यस्तरीय अंतरविद्यालय सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगता होंगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिताओं में कक्षा छठी से 12वीं तक के विभिन्न स्कूलों के करीब तीन हजार से अधिक विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। संगीतमयी श्री मदभागवत कथा का आयोजन होगा, जिसमें कथाव्यास भागवत भास्कर आचार्य श्याम भाई ठाकर पोरबंदर गुजरात वाले होंगे। ब्रह्मचारी ने बताया कि कथा के शुभारम्भ से पूर्व ब्रह्मासरोवर पर दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर से कथास्थल तक भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि विशाल सामूहिक विवाह समारोह तथा हास्य कवि सम्मेलन 6 दिसम्बर को होगा। 8 दिसम्बर को गीता जयंती समारोह के समापन पर भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। ब्रह्माचारी ने बताया गीता जयंती के अवसर पर ही दो से आठ दिसंबर तक विद्यापीठ परिसर में निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन होगा। गीता जयंती के अवसर पर ही 121 ब्रह्माचारियों द्वारा नियमित गीता पाठ तथा गीता यज्ञ होगा। इस मौके पर सेवानिवृत आइएएस टीके शर्मा, पूर्व विधायक रमेश गुप्ता, भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी, कुलवंत सैनी, खरैती लाल सिगला, राजेश सिगला, श्री प्रकाश मिश्रा, सत्यनारायण सिगला मौजूद रहे।


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