मोटे धान की खरीदार नहीं, 1509 आधे रेट में बिक रहा
पिपली। अनाज मंडियों में धान की खरीद नहीं हो पा रही है।
संवाद सहयोगी, पिपली : अनाज मंडियों में धान की खरीद नहीं हो पा रही है। जबकि अनाज मंडियां धान की आवक से अट चुकी हैं।धान खरीदने के लिए कोई खरीदार सामने नहीं आ रहा। बारीक किस्म की धान 1509 का इस बार 1700 से 2100 रुपये प्रति क्विंटल तक रेट मिल पा रहा है। मोटे धान की खरीद भी अब तक शुरू नहीं हो पाई है।
पिपली अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान राजीव गोयल ने सरकार से मांग की है कि वे किसानों को ऑनलाइन के चक्कर में उलझाकर परेशान न करें, बल्कि जल्द धान की सरकारी खरीद शुरु की जाए। जब 15 जून को धान लगाने का समय तय है तो 15 सितंबर को धान की खरीद शुरू होनी चाहिए।
पिछले वर्षों की अपेक्षा 1509 किस्म के मिल रहे आधे दाम : महेंद्र
बीड मथाना के किसान महेंद्र सिंह ने कहा कि बीते वर्षों के मुकाबले 1509 किस्म का आधा दाम मिल रहा है। ऐसे में किसानों को घाटे का सामना करना पड़ रहा है। किसान रैली भी कर रहा, डंडे भी खा रहा है लेकिन इसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
कई दिनों से मंडियों में धान की रखवाली कर रहे हैं :जय सिंह
कसरेला निवासी किसान जयसिंह ने कहा कि वे कई-कई दिनों से अनाज मंडी में अपनी धान को लेकर पहुंचे हैं लेकिन कोई खरीद नहीं कर रहा है। दौलतपुर के किसान हरभजन सिंह ने कहा कि आखिर कब तक वे अपनी धान को खेतों में रोक कर रखें। 10 सितंबर से धान पकी खड़ी है अब तो खेतों में ही झड़ने लगी है।