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कंपनी का 40 लाख बकाया, फ्री सीटी स्कैन सेवा पर संकट के बादल

एलएनजेपी अस्पताल में मरीजों का सीटी स्कैन कर रही कंपनी का स्वास्थ्य विभाग पर 40 लाख रुपये उधार चढ़ा हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 06:20 AM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 06:20 AM (IST)
कंपनी का 40 लाख बकाया, फ्री सीटी स्कैन सेवा पर संकट के बादल
कंपनी का 40 लाख बकाया, फ्री सीटी स्कैन सेवा पर संकट के बादल

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

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एलएनजेपी अस्पताल में मरीजों का सीटी स्कैन कर रही कंपनी का स्वास्थ्य विभाग पर 40 लाख रुपये उधार चढ़ा हुआ है। इस केंद्र पर चार माह में 1970 लोगों ने सीटी स्कैन कराए हैं। इनमें से 1111 लोगों ने निशुल्क सीटी स्कैन किए। इनका पैसा तो अटका ही हुआ है इससे तीन माह पहले का पैसा भी स्वास्थ्य विभाग ने नहीं दिया। स्वास्थ्य विभाग ने जून 2019 में 22 लाख रुपये में आखिरी अदायगी की थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग पर सात माह का उधार चढ़ गया। स्वास्थ्य विभाग बजट नहीं आने की बात कह रहा है।

गौरतलब है कि अस्पताल में पीपीपी के तहत सीटी स्कैन केंद्र चल रहा है, जिसमें एससी, बीपीएल परिवार, हरियाणा कर्मचारी व उनके आश्रित, सड़क दुर्घटना में घायल अज्ञात मरीजों का सीटी स्कैन यहां निशुल्क होता है। जबकि दूसरे मरीजों से नाममात्र पैसे लिए जाते हैं। इसके अलावा एमआरआइ कराने के भी एक सप्ताह में कंपनी की ओर से पीजीआइ जाकर मरीजों की एमआरआइ कराई जाती है। सात माह पहले स्वास्थ्य विभाग ने की थी अदायगी : शशांक कुमार

सीटी स्कैन प्रबंधक शशांक कुमार ने कहा कि 22 लाख रुपये की अदायगी स्वास्थ्य विभाग ने सात माह पहले की थी। करीब 40 लाख रुपये बकाया है। स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में रिमाइंडर कंपनी के उच्चाधिकारियों द्वारा भेजा जाता है। उन्हें इसके बारे में ज्यादा पता नहीं है।

अभी बजट नहीं आया : सिविल सर्जन

जिला सिविल सर्जन डॉ. सुखबीर मेहला ने कहा कि जून 2019 में 22 लाख रुपये की अदायगी की गई थी। अभी इसका बजट नहीं आया है। बजट आते ही बाकी के बकाया राशि का भी भुगतान कर दिया जाएगा।


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