भद्रा के समय न करें होलिका दहन, जानें मुहूर्त, पूजा सामग्री और पूजन विधि
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र होलिका दहन 20 मार्च 2019 दिन बुधवार को उत्तरा फाल्गुनी के शुभ योग में करें।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : होलिका दहन 20 मार्च 2019 दिन बुधवार को उत्तरा फाल्गुनी के शुभ योग में करें। ज्योतिष शास्त्र मुर्हूत ज्ञान के अनुसार, प्रदोष व्यापिनी फाल्गुन पूर्णिमा के दिन निशा मुख में होलिका दहन शुभ फलदायक होता है। होलिका दहन के लिए भद्रा का विचार विशेष किया जाता है, भद्रा रहित समय में होलिका दहन करना शुभ रहता है। किसी भी अवस्था में होलिका दहन भद्रा के मुखकाल में नहीं किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त चतुर्दशी तिथि, प्रतिपदा एवं सूर्यास्त से पहले भी होलिका दहन नहीं किया जाना चाहिए।
गायत्री ज्योतिष अनुसंधान के संचालक पंडित रामराज कौशिक ने बताया कि इस वर्ष 2019 में भद्रा काल रात्रि 08-59 बजे तक रहेगा। यह भद्रा काल लगभग सभी प्रदेशों में इतने बजे तक ही रहेगा। इसलिए होलिका दहन का समय भद्रापरांत रात्रि 08-59 बजे से अर्द्धरात्रि 11-30 बजे तक शुभ-अमृत की बेला में करना शुभ रहेगा। उसके बाद प्रात: काल 03-54 से 04-54 बजे तक (21.03.2019) सामान्य शुभ रहेगा। होलिका पूजा और दहन का शुभ मुहूर्त होलिका पूजन मुहूर्त : सूर्योदय से प्रात: 09-40 बजे तक लाभ अमृत की बेला में
होलिका दहन मुहूर्त : रात्रि 08-59 बजे से रात्रि 11-30 बजे तक श्रेष्ठ शुभ-अमृत की बेला में
साधना सिद्ध मुहूर्त : रात्रि 03:54 से 04:54 तक (21.03.2019)