धर्मनगरी को हर सरकार में मिलता रहा है मंत्री पद
कुरुक्षेत्र जिला को अलग-अलग पार्टियों की सरकार में मंत्री पद मिलता रहा है। कांग्रेस की सरकार में जहां पिहोवा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हरमोहिद्र सिंह चट्ठा मंत्री रहे हैं वहीं इनेलो की सरकार में जसविद्र सिंह संधू को मंत्री पद से नवाजा जाता रहा है।
विनोद चौधरी, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र जिला को अलग-अलग पार्टियों की सरकार में मंत्री पद मिलता रहा है। कांग्रेस की सरकार में जहां पिहोवा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हरमोहिद्र सिंह चट्ठा मंत्री रहे हैं, वहीं इनेलो की सरकार में जसविद्र सिंह संधू को मंत्री पद से नवाजा जाता रहा है। साल 2014 में पहली बार सत्ता संभालने वाली भाजपा सरकार में भी शाहाबाद सीट से विजेता रहे कृष्ण बेदी को मंत्री बनाया गया था। वहीं एक बार कुरुक्षेत्र में थानेसर और पिहोवा से दो-दो विधायकों के पास भी मंत्री पद रहा है। ऐसे में इस बार भी कुरुक्षेत्रवासियों को जिले के खाते में एक मंत्री पद आने की पूरी उम्मीद है।
धर्मनगरी को हर सरकार में मंत्री पद मिलता रहा है। इस बार भी जिला की चार विधानसभाओं में से दो पर भाजपा के विधायक जीते हैं। अब जिलावासी इन्हीं दोनों में से एक को मंत्री पद दिए जाने की उम्मीद जता रहे हैं। पिहोवा सीट से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह विधानसभा पहुंचे हैं। इस सीट पर जीत दर्ज करवाने वाले हरमोहिद्र सिंह चट्ठा को कांग्रेस के कार्यकाल और जसविद्र सिंह संधू को इनेलो के कार्यकाल में कृषि मंत्री का पद मिलता रहा है। इसके अलावा थानेसर सीट से इनेलो की सीट पर जीत दर्ज करवाने वाले अशोक अरोड़ा विधानसभा अध्यक्ष और परिवहन मंत्री रहे हैं। इन चुनावों में थानेसर विधानसभा से भाजपा की टिकट पर दूसरी बार सुभाष सुधा विधानसभा पहुंचे हैं। उनके सामने इनेलो छोड़कर कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे अशोक अरोड़ा थे। भाजपा के सुभाष सुधा ने कांग्रेस के अशोक अरोड़ा को हराकर दूसरी बार थानेसर सीट को भाजपा की झोली में डाला है। लगातार दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचने पर उनके भी मंत्री बनने की चर्चा जोरों पर चल रही हैं। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की नजर में कुरुक्षेत्र के महत्व को देखते हुए भी उनके मंत्री पद मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।