श्रद्धालुओं ने जान-जोखिम में डाल किया कार्तिक पूर्णिमा का स्नान
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मंगलवार को ब्रह्मासरोवर में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। शहर की सड़कों पर दिन भर ब्रह्मसरोवर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इन्हीं श्रद्धालुओं को ब्रह्मसरोवर के एक हिस्से में घाटों पर पानी ना होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मंगलवार को ब्रह्मासरोवर में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। शहर की सड़कों पर दिन भर ब्रह्मसरोवर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इन्हीं श्रद्धालुओं को ब्रह्मसरोवर के एक हिस्से में घाटों पर पानी ना होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ा। पानी की कमी के चलते श्रद्धालुओं को बाल्टियों और डिब्बों की मदद से गहरे सरोवर से पानी निकालकर स्नान करना पड़ा। भीड़ ज्यादा बढ़ने पर बाल्टियां भी कम पड़ गई तो श्रद्धालुओं ने अपनी जान जोखिम में डालकर रेलिग से पार जाकर स्नान किया। इस काम में पुरुष ही नहीं महिला श्रद्धालु भी पीछे नहीं रही।
सीढि़यों पर नहीं मिला पानी तो रेलिग पार किया स्नान
जब श्रद्धालुओं को ब्रह्मासरोवर के एक हिस्से में घाटों पर पानी नहीं मिला तो उन्होंने रेलिग पार करनी शुरू कर दी। केडीबी प्रशासन की ओर से रेलिग पर साफ चेतावनी लिखी गई है कि इसके आगे पानी 15 फुट गहरा है। इस चेतावनी को दरकिनार कर पुरुष और महिला श्रद्धालु रेलिग पार कर स्नान करते दिखे। पवित्र जल में कपड़ा भिगो किया आचमन
कपाल मोचन मेले से लौटते हुए पंजाब और अन्य प्रदेशों के श्रद्धालु भी काफी संख्या में ब्रह्मासरोवर में स्नान के लिए पहुंचे। घाटों पर पानी की कमी के चलते कई श्रद्धालुओं ने रेलिग पार पानी में कपड़ा भिगोकर बाद में इसे हाथों पर निचोड़कर आचमन से ही काम चलाया। गीता महोत्सव की तैयारियों को लेकर खाली कर रखे हैं घाट
ब्रह्मासरोवर दो हिस्सों में बंटा हुआ है। इनमें से पूर्वी ओर के हिस्से से पानी को कम किया गया है। घाटों को खाली कर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 के लिए तैयारियां की जा रही हैं। घाटों की सीढि़यों और रेलिग की मरम्मत का काम चल रहा है, जबकि पश्चिमी ओर के हिस्से में घाटों पर पानी उपलब्ध है।