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हरदीप की अपने ही साथी ही गोली हुई थी मौत

भगवान परशुराम कॉलेज के बाहर तीन साल पहले गोली लगने से हुई हरदीप की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। हरदीप की जिस गोली से मौत हुई थी वह उसके दोस्त की रिवाल्वर से ही चली थी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 08:25 AM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 08:25 AM (IST)
हरदीप की अपने ही साथी ही गोली हुई थी मौत
हरदीप की अपने ही साथी ही गोली हुई थी मौत

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भगवान परशुराम कॉलेज के बाहर तीन साल पहले गोली लगने से हुई हरदीप की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। हरदीप की जिस गोली से मौत हुई थी वह उसके दोस्त की रिवाल्वर से ही चली थी। एफएसएल की रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई थी। जिसके आधार पर पुलिस ने उनके साथियों के खिलाफ भी हत्या का केस दर्ज कर लिया था, जिसके बाद से आरोपित फरार थे। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी थी। रविवार को पुलिस ने ज्योतिसर नहर के समीप से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया। आरोपितों को अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। छात्र संगठन के चुनाव को लेकर हुआ था हमला

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नौ सितंबर 2016 को गांव खिदरपुरा निवासी अनिल कुमार ने थाना सदर में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह और उसका दोस्त गांव खिदरपुरा निवासी हरदीप सिंह मोटरसाइकिल उसके भाई राकेश के दोस्त के कपड़े देने गए थे। जब वे दोनों वापस आ रहे थे तो सेक्टर पांच स्थित भगवान परशुराम कॉलेज के पास उसका दोस्त गांव सरायसुखी निवासी रामशरण, गांव बांगड़ो निवासी सुखविद्र, गांव सारसा निवासी जितेंद्र मलिक व जसबीर खड़े थे। जब वे उनके पास पहुंचते तो तीन गाड़यिों में सवार होकर 20 युवक आए। आरोपितों ने कहा कि आज उसे व रामशरण को चुनाव लड़ने का मजा चखाएंगे। ऐसा कहते ही राजू, मनीष, अंकुश, विशाल, चेप्पा, प्रदीप, मनीष, जालंधर व 10-12 अन्य लड़के ने बीपीएसओ चुनाव की रंजिश रखकर उन पर डंडे, बिडों, गंडासियों व रिवाल्वर से हमला कर दिया था। जितेंद्र मलिक ने उसके दोस्त जसबीर की लाइसेंसी रिवाल्वर से अपनी व दोस्तों की जान बचाने के लिए परशुराम कालेज के अंदर भागते हुए 3-4 हवाई फायर किए थे। इसी दौरान एक गोली हरदीप को जा लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में हरदीप को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामले में 17 आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। एसआई जीत सिंह, मुख्य सिपाही सतविद्र चट्ठा, लखन सिंह की टीम ने जितेंद्र कुमार व जसबीर सिंह को गिरफ्तार किया। ऐसे हुआ खुलासा पुलिस की अपराध शाखा दो के एसआइ भूषण दास ने बताया कि पुलिस ने आरोपितों व हरदीप के साथियों के असले व हरदीप के शरीर से मिले गोली के सिक्के को जांच के लिए एफएसएल मधुबन में जांच के लिए भेजा था। जांच में सामने आया कि हरदीप की जिस गोली के लगने से मौत हुई है वह जसबीर की रिवाल्वर से चली थी। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर जितेंद्र कुमार व जसबीर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ की है। अब हुआ यह बदलाव

पुलिस ने पहले अनिल कुमार की शिकायत पर राजू, मनीष, अंकुश, विशाल, चेप्पा, प्रदीप, मनीष, जालंधर व 10-12 अन्य युवकों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। अपराध शाखा प्रभारी भूषण दास का कहना है कि अब इन आरोपितों से हत्या के प्रयास, मारपीट व अन्य धाराओं में केस चलेगा, जबकि जसबीर व जितेंद्र कुमार के खिलाफ हत्या का केस चलेगा।


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