संत रविदास ने समाज में फैली कुरीतियों व छुआछूत को किया समाप्त : धीरेंद्र
डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास की गणना केवल भारत में ही नहीं अपितु विश्व के महान संतों में की जाती है। उनकी वाणी के अनुवाद संसार की विभिन्न भाषाओं में पाए जाते हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास की गणना केवल भारत में ही नहीं अपितु विश्व के महान संतों में की जाती है। उनकी वाणी के अनुवाद संसार की विभिन्न भाषाओं में पाए जाते हैं। संत रविदास एक समाज के न होकर पूरी मानवता के गुरु थे। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों और छुआछूत को समाप्त किया। वह रविवार को जिला कल्याण विभाग एवं अनुसूचित जातियां एवं पिछड़े कल्याण विभाग की ओर से संत शिरोमणि गुरु रविदास 643वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित जिलास्तरीय समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरु रविदास ने लोगों को संदेश दिया कि ईश्वर ने इंसान बनाया है न कि इंसान ने ईश्वर बनाया है। इस कार्यक्रम में नेहा मदान, निहारिका, दक्षिता ने बेहतरीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर जिला राजस्व अधिकारी डॉ. चांदीराम चौधरी, जिला कल्याण अधिकारी कमल कुमार धीमान, संत गुरु रविदास धर्मशाला के पूर्व प्रधान फकीर चंद, डॉ. कश्मीर पंवार, केडीबी के पूर्व सदस्य केसी रंगा, कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार, भूपेंद्र सिंह, जिला मत्स्य अधिकारी ईश्वर सिंह मौजूद रहे।