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रक्षाबंधन पर कोरोना भारी, 40 फीसदी घटी मिठाइयों की ब्रिकी, बाजारों में भी कम खरीदार

अबकी बार रक्षाबंधन के त्योहार पर कोरोना भारी पड़ता दिख रहा है। कोरोना महामारी के चलते लोग अबकी बार घर में ही बनी हुई मिठाइयों व पैकेट बंद चीजे ही खरीद रहे है। जिस कारण मिठाइयों की ब्रिकी पर बहुत असर पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 07:25 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 07:25 AM (IST)
रक्षाबंधन पर कोरोना भारी, 40 फीसदी घटी मिठाइयों की ब्रिकी, बाजारों में भी कम खरीदार

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अबकी बार रक्षाबंधन के त्योहार पर कोरोना भारी पड़ता दिख रहा है। कोरोना महामारी के चलते लोग अबकी बार घर में ही बनी हुई मिठाइयों व पैकेट बंद चीजे ही खरीद रहे हैं। जिस कारण मिठाइयों की ब्रिकी पर बहुत असर पड़ा है। जिला कुरुक्षेत्र हलवाई एसोसिएशन के प्रधान प्रेमचंद सैनी व बीकानेर मिष्ठान भंडार के संचालक मोहन ने बताया कि अबकी बार रक्षाबंधन का त्योहार फीका जा रहा है। कोरोना के चलते लगभग 60 फीसदी ही काम बचा हुआ है। जिन लोगों ने मिठाइयों को मोटा काम जो होना था, वो त्योहार के एक दिन पहले हो जाता है। रक्षाबंधन के दिन तो कुछ 10 से 20 फीसदी ही काम हो पाता है। जिला कुरुक्षेत्र में हाई स्केल पर काम करने वाले हलवाई 20 से 25 ही है। अन्य छोटे स्केल पर हलवाइयों की संख्या 50 से 60 ही है। सैनिटाइज के बाद अंदर आने की अनुमति

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जिलेभर के अधिकतर मिष्ठान भंडार पर ग्राहकों के हाथ सैनिटाइज करवाने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है। इसके अलावा मास्क लगा होना अनिवार्य है। वहीं सैनिटाइज के साथ-साथ अंदर जाने वाले ग्राहक का तापमान भी चेक किया जा रहा है। जिससे अंदर खड़े लोगों सुरक्षित रह सकें। प्री आर्डर पर बन रहीं मिठाइयां

हाई स्केल पर काम करने वाले मिष्ठान भंडार के मालिकों ने दुकान के बाहर बैनर तक लगा दिया है। जिसमें रक्षाबंधन पर मिठाई के ऑर्डर पहले ही बुक करवाने का संदेश दिया गया है। जिससे अतिरिक्त मिठाई ना बनें और ना ही वेस्ट जा सकें। 29 वर्ष बाद सर्वार्थयोग और आयुष्मान का शुभ संयोग: डा. सुरेश

कॉस्मिक एस्ट्रो के डायरेक्टर एवं श्री दुर्गा देवी मंदिर पिपली के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य डा. सुरेश मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष श्रावण मास के अंतिम सोमवार तीन अगस्त को रक्षाबंधन है। यह सर्वार्थ सिद्धि और दीर्घायु आयुष्मान का शुभ संयोग बन रहा है। रक्षाबंधन पर ऐसा शुभ संयोग 29 साल बाद आया है। रक्षाबंधन के दिन चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे और प्रात: 7:19 बजे तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र आरंभ होगा। यह चार अगस्त को प्रात: 8:11 बजे तक रहेगा। इस संयोग को कृषि क्षेत्र के लिए विशेष फलदायी माना जा रहा है। रक्षाबंधन से पहले दो अगस्त को रात्रि 8:43 मिनट से तीन अगस्त को सुबह 9:28 मिनट तक भद्रा रहेगी। शूर्पणखा ने अपने भाई रावण को भद्रा में राखी बांधी थी। विशेष चौघड़िया मुहूर्त :

तीन अगस्त को भद्रा सुबह 9 बजकर 29 मिनट तक है

राखी बांधने का पर्व सुबह 9:30 बजे शुरू हो जाएगा।

शुभ चौघड़िया प्रात: 9:30 से 10:48 तक।

चर चौघड़िया : दोपहर 2:10 से 3:51 तक।

लाभ चौघड़िया तीसरे पहर 3:52 से सायं 5:32।

अमृत चौघड़िया सायं 5:33 से 7:13।

चर चौघड़िया सायं 7:14 से 8:32।

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