डिजाइन में उलझा रेलवे रोड का निर्माण, छह महीने वर्क एक्सटेंड किया
रेलवे रोड को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर रोड की तर्ज पर बनाने का काम डिजाइन में उलझ गया है। नई ड्राइंग भी फाइनल नहीं हो पाई है। ऐसे में निर्माण कार्य लॉकडाउन से बंद है। नगर परिषद का मानना है कि नए डिजाइन में सड़क बनने के बाद धर्मनगरी में आने वाले पर्यटकों के लिए नया अनुभव होगा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : रेलवे रोड को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर रोड की तर्ज पर बनाने का काम डिजाइन में उलझ गया है। नई ड्राइंग भी फाइनल नहीं हो पाई है। ऐसे में निर्माण कार्य लॉकडाउन से बंद है। नगर परिषद का मानना है कि नए डिजाइन में सड़क बनने के बाद धर्मनगरी में आने वाले पर्यटकों के लिए नया अनुभव होगा।
नगर परिषद ने पिछले दिनों रेलवे रोड सुंदरीकरण के तीन टेंडर जारी किए थे। 24-24 लाख के दो टेंडर सड़क निर्माण और एक टेंडर डिवाइडर पर आकर्षक लाइटें लगाई जानी हैं। सड़क निर्माण कार्य नरेंद्र वालिया फर्म के पास है। फर्म ने वर्क ऑर्डर मिलते ही काम शुरू कर दिया था और काफी हिस्से में बजरी का बेस बना दिया था।
यहां अटका काम
रेलवे रोड को अमृतसर की स्वर्ण मंदिर सड़क के डिजाइन में बनाने की तैयारी थी। इसका पूरा खाका तैयार कर लिया था। यहां ग्रेनाइड पत्थर की पट्टी लगवाई जानी थी, लेकिन इसकी लंबाई नहीं बन पाई। अब इसकी ड्राइंग नई बनवाई जा रही है।
नप ने छह महीने के लिए बढ़ाया काम
रेलवे रोड का निर्माण कार्य सितंबर महीने में पूरा होना था। नरेंद्र वालिया फर्म ने काम भी समय पर शुरू कर दिया था। इन सबके बीच लॉकडाउन लग गया। अब डिजाइन नहीं मिल पा रहा है। नगर परिषद ने डिजाइन को देखते हुए काम छह महीने के लिए आगे बढ़ा दिया है। अब मार्च 2021 में मूर्त रूप मिलेगा। फर्म इसको पहले भी पूरा कर सकती है।
दुकानदारों को बारिश की चिता
रेलवे रोड शहर का सबसे व्यस्त रोड है। रेलवे स्टेशन आने-जाने वाले यात्रियों के अलावा प्रमुख दुकान इसी सड़क पर हैं। सड़क निर्माण कार्य अटकने से दुकानदारों को बारिश के मौसम की चिता सता रही है। दुकानदारों ने गत दिनों रोष प्रकट भी किया था। उनका कहना है कि बारिश के मौसम में इस हाल में सड़क से निकल पाना मुश्किल होगा।
वर्जन :
नरेंद्र वालिया फर्म के प्रोपराइटर नरेंद्र वालिया ने बताया कि रेलवे रोड पर बजरी डालकर बेस बना दिया गया है। नगर परिषद की ओर से अभी डिजाइन तैयार नहीं किया गया है। डिजाइन मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। बारिश की संभावना को देखते हुए दोनों तरफ पहले ही नाले बना दिए गए हैं। लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
नरेंद्र वालिया, ठेकेदार।