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18 हजार विद्यार्थियों ने छह मिनट तक किया सामूहिक गीता पाठ

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By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 09:51 AM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 09:51 AM (IST)
18 हजार विद्यार्थियों ने छह मिनट तक किया सामूहिक गीता पाठ
18 हजार विद्यार्थियों ने छह मिनट तक किया सामूहिक गीता पाठ

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 18 हजार स्कूली विद्यार्थियों ने 18 अध्यायों के 18 श्लोकों के पाठ से पूरे विश्व में गीता को गुंजायमान कर दिया। केवल गीता की जन्म स्थली में ही नहीं, विश्व भर में कई जगह लोगों ने ठीक 12 बजे अष्टादश गीता पाठ किया है। गीता महोत्सव 2020 में प्रदेश के हर जिले में गीता जयंती के पावन अवसर पर सामूहिक वैश्विक गीता पाठ होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वैश्विक गीता पाठ में शिरकत करने वाले विद्यालयों के लिए सोमवार को एक दिन का अवकाश करने की घोषणा भी की।

वह रविवार को थीम पार्क में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मौके पर आयोजित वैश्विक गीता पाठ कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष इसी जगह इसी समय 18 हजार विद्यार्थियों के वैश्विक गीता पाठ को बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड लंदन में दर्ज किया गया। पवित्र ग्रंथ गीता एक धर्मग्रंथ ही नहीं है, अपितु यह जीवन जीने की एक शैली है। इसके उपदेश शाश्वत और अमर हैं, जो पूरे विश्व को ज्ञान का संदेश दे रहे हैं। पवित्र ग्रंथ गीता ही एक ऐसा ग्रंथ है, जो कभी भी परिवर्तित नहीं होगा। आज से 5157 वर्ष पूर्व इसी धरा से भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता के जो उपदेश दिए थे, उन्हीं उपदेशों का अनुसरण आज भी पूरी दुनिया कर रही है। सभी राज्यों में महोत्सव होगा

मुख्यमंत्री मनोहरलाल कहा कि उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और संत समाज के सामूहिक प्रयास से देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी तीन दिन गीता महोत्सव शुरू करवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। ---

उतराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड और उपदेश स्थली कुरुक्षेत्र का संगम अनुकरणीय है। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की भूमि से पूरी मानवता को गीता के उपदेश दिया। कुरुक्षेत्र की भूमि पर महाभारत के समय श्रीकृष्ण ने गीता उपदेश दिए, जो आज भी पूरी तरह प्रासंगिक और प्रेरणादायक हैं। जूनापीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद महाराज ने कहा कि सरकार और स्वामी ज्ञानानंद के प्रयासों से गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप मिला है। बॉस्टन के एक अखबार ने उल्लेख भी किया है कि आज भारत की सभ्यता सबसे तेज गति से विकसित हो रही है। आज भी 18 देशों में प्राथमिक शिक्षा में गीता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। इस मौके पर सांसद नायब सिंह सैनी, खेल मंत्री संदीप सिंह, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, पूर्व विधायक डॉ. पवन सैनी, सीएम के राजनीतिक सलाहकार कृष्ण बेदी, जिप चेयरमैन गुरदयाल सुनहेड़ी, जिलाध्यक्ष धर्मबीर मिर्जापुर, केडीबी सदस्य रविद्र सांगवान, सौरभ चौधरी मौजूद रहे।


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