आंगनबाड़ियों में ई-लर्निंग से जुड़ेंगे तीन से छह वर्ष तक के बच्चे
कोरोना काल के चलते लॉकडाउन से अब तक प्रदेशभर की सभी आंगनबाड़ियां बंद चल रही हैं। ऐसे में किसी प्रकार की एक्टिविटी नहीं हो रही।
- जिला कुरुक्षेत्र में है कुल 1075 आंगनबाड़ी केंद्र
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र : कोरोना काल के चलते लॉकडाउन से अब तक प्रदेशभर की सभी आंगनबाड़ियां बंद चल रही हैं। ऐसे में किसी प्रकार की एक्टिविटी नहीं हो रही। महिला एवं बाल विकास विभाग ने बंद आंगनबाड़ियों में जान फूंकने के लिए ई-लर्निंग कार्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया है। प्रथम चरण में वाट्सएप ग्रुप बनाकर आंगनबाड़ी वर्करों को जोड़ा जाएगा।
जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी नीतू रानी ने बताया कि विभाग ने पत्र जारी कर आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह वर्ष तक के बच्चों के लिए एसएमएस, लघु वीडियो, वर्कशीट व टीवी के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने को कहा गया है। जिसके अंतर्गत प्रथम चरण में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र का एक वाट्सएप ग्रुप प्रत्येक कक्षानुसार बनाएंगी। इसके बाद वाट्सएप ग्रुप में सभी बच्चों के अभिभावकों को जोड़ा जाएगा। विभाग इन ग्रुपों सीधे तौर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के वाट्सएप पर लघु वीडियो, वर्कशीट व टीवी कार्यक्रम भेजेगा। जिनके अंतर्गत कुछ एक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी।
अभिभावकों को एक्टिविटी करनी होगी अपडेट
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए आंगनबाड़ियों में फिलहाल बच्चे नहीं बुलाए जाएंगे। अभिभावक अपने स्तर पर बच्चों को एक्टिविटी कराएंगे। इसके बाद उनको उसी ग्रुप पर बच्चों की एक्टिविटी अपडेट करनी होगी।
विभाग अभिभावकों के माध्यम तीन से छह वर्ष तक बच्चों को शिक्षित कर सकेगा।
खंड अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति
खंड केंद्र
थानेसर ग्रामीण 292
थानेसर शहरी 75
शाहाबाद 232
पिहोवा 220
लाडवा 158
बाबैन 98
कुल 1075
वर्जन :
आंगनबाड़ियों में अब तीन से छह वर्ष तक के बच्चे ई-लर्निंग से जुड़ेंगे। जिले में कुल 1075 आंगनबाड़ी चल रही हैं। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में जिला परियोजना अधिकारी की ओर से ई-लर्निंग शुरू करने का पत्र जारी कर दिया है। यह कार्यक्रम प्रदेश की सभी आंगनबाड़ियों में चलाया जाएगा।
नीतू पूनिया, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, कुरुक्षेत्र।