नप के तीन कर्मचारियों पर लगाए दो हजार रुपये मांगने के आरोप, डीसी ने सौंपी जांच
थानेसर नगर परिषद के तीन कर्मचारियों पर किराया ठीक करने के नाम पर दो हजार रुपये मांगने के आरोप लगे हैं। एक दुकानदार ने नप के तीनों कर्मचारियों की शिकायत डीसी शरणदीप कौर बराड़ से की है। डीसी ने इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला परिषद के सीईओ को जांच सौंपी है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : थानेसर नगर परिषद के तीन कर्मचारियों पर किराया ठीक करने के नाम पर दो हजार रुपये मांगने के आरोप लगे हैं। एक दुकानदार ने नप के तीनों कर्मचारियों की शिकायत डीसी शरणदीप कौर बराड़ से की है। डीसी ने इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला परिषद के सीईओ को जांच सौंपी है। सीईओ को चार दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं। इस मामले के सामने आने के बाद कई कर्मचारियों व अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई है। धोबी मोहल्ले के चंद्र प्रकाश ने डीसी को दी शिकायत में आरोप लगाया कि थानेसर नगर परिषद की एक दुकान करीब 35 वर्षों से उनके पास किराये पर है। 2018 के बाद दुकान तीनों भाइयों ने मिलकर विशाल कुमार के नाम करवा दी थी। उन्होंने फरवरी 2018 में ही थानेसर नप कार्यालय में किराया कम करने की अपील की, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मार्च 2020 में इसकी शिकायत सीएम विडो पर दी। इसके बाद उनको नप कार्यालय बुलाया गया।
शिकायत के अनुसार अधिकारी की मौजूदगी में एक कर्मचारी ने किराया ठीक कर देने का आश्वासन दिया। इसके कुछ समय बाद किराया जमा कराने गए तो एक कर्मचारी ने उन्हें किराया कम करने के नाम पर दो हजार रुपये की मांग की। दूसरे कर्मचारी ने उसको नवंबर माह में नप कार्यालय बुलाया और किराया कम हो जाने का भरोसा दिया और सीएम विडो की शिकायत पर संतुष्ट होने के हस्ताक्षर करवा लिए गए। उन्होंने कई बार फोन कर उन्हें कार्यालय बुलाया और बाद में रसीद देने के नाम पर दो हजार रुपये की फिर से मांग की। शिकायत न उठाने पर दी धमकी
चंद्र प्रकाश का आरोप है कि उसने फिर से सीएम विडो पर शिकायत की। कर्मचारियों ने उसे कार्यालय बुलाकर धमकी दी। सीएम विडो की शिकायत बंद करा देने की कही। उसने आरोप लगाया कि कर्मचारियों ने 27 महीने से उसके भाई के नाम चल रही दुकान के कागज भी गायब कर दिए हैं। भ्रष्टाचार का मामला आने पर डीसी ने सौंपी जांच
डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने मामले की संजीदगी को देखते इसकी जांच जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को सौंपी है। उन्होंने वीरवार तक इस मामले में जांच करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने टिप्पणी सहित रिपोर्ट तलब की है।