जम्मू-कश्मीर ने अपनी सीमाएं की सील, कुरुक्षेत्र डिपो की बस को नहीं मिली एंट्री
जम्मू-कश्मीर में हरियाणा समेत देश के किसी भी राज्य की रोडवेज या प्राइवेट बसें नहीं जा सकेंगी। कोरोना वायरस के चलते जम्मू-कश्मीर ने अपनी सीमाएं सील कर दी हैं। कुरुक्षेत्र के पिहोवा डिपो से एक बस कटड़ा के लिए निकली थी। लेकिन देर रात जब बस जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर पर पहुंची तो बस को जम्मू-कश्मीर में एंट्री नहीं दी गई। जिस कारण यात्रियों को पठानकोट बस स्टैंड पर ही उतारकर आना पड़ा।
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र : जम्मू-कश्मीर में हरियाणा समेत देश के किसी भी राज्य की रोडवेज या प्राइवेट बसें नहीं जा सकेंगी। कोरोना वायरस के चलते जम्मू-कश्मीर ने अपनी सीमाएं सील कर दी हैं। कुरुक्षेत्र के पिहोवा डिपो से एक बस कटड़ा के लिए निकली थी। लेकिन देर रात जब बस जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर पर पहुंची तो बस को जम्मू-कश्मीर में एंट्री नहीं दी गई। जिस कारण यात्रियों को पठानकोट बस स्टैंड पर ही उतारकर आना पड़ा।
दिल्ली में जाने वाली बसों की संख्या में होगी कटौती
कोरोना वायरस के बचने के लिए दिल्ली में जाने वाली बसों की संख्या में कटौती की जाएगी। इसके लिए दिल्ली परिवहन विभाग की ओर से राज्य परिवहन हरियाणा चंडीगढ़ को पत्र भेजा गया था। जिसमें दिल्ली में प्रदेश की सभी रोडवेज की आवाजाही 30 फीसद कम करने का निर्णय लिया गया। कुरुक्षेत्र डिपो से कुल 28 बसें दिल्ली तक या दिल्ली से गुजरकर जाती हैं। इनमें से आठ से नौ बसें अब से दिल्ली की तरफ नहीं जाएंगी। इन बसों को अन्य मार्गों पर चलाया जाएगा। बसों से यात्री हुए गायब, आमदनी पर लगा कोरोना का झटका
कोरोना वायरस के चलते धीरे-धीरे यात्रियों ने बसों में यात्रा करना बंद कर दिया है। कुरुक्षेत्र डिपो से रोजाना एक लाख यात्री आवाजाही करते थे। जिनकी संख्या घटकर अब मात्र 40 हजार रह गई है। वहीं यात्री कम होने के कारण रोडवेज की आमदनी पर कोरोना ने जोरदार झटका दिया है। कुरुक्षेत्र डिपो की रोजाना की आमदनी 13 से 14 लाख रुपये रहती थी। आज उस डिपो की आमदनी घटकर सात से आठ लाख रुपये तक रह गई है। खर्च तो बढ़ गया, लेकिन आमदनी घटने के कारण रोडवेज की स्थिति दयनीय हो गई है। रोडवेज डिपो पर सन्नाटा पसरा हुआ है। वर्जन : फोटो-13-ए
निदेशालय की ओर दिल्ली जाने वाली बसों को 30 फीसद कम करने के आदेश प्राप्त हुए हैं। डिपो से पहले 28 बसें निकलती थीं, लेकिन अब 19 से 20 बसें ही दिल्ली जाएंगी। आमदनी पर बहुत प्रभाव देखने को मिल रहा है।
मेजर सिंह, ट्रैफिक मैनेजर, रोडवेज, कुरुक्षेत्र।