भाजपा कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया
भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. शयामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन उन्हें याद किया। इस मौके पर भारत माता डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं. दीन दयाल उपाध्याय के चित्रों को माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. शयामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन उन्हें याद किया। इस मौके पर भारत माता, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं. दीन दयाल उपाध्याय के चित्रों को माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया।
सेक्टर-दो में लोकसभा निगरानी कमेटी के प्रदेश संयोजक धर्मवीर डागर ने कहा कि श्यामा प्रसाद एक भारतीय शिक्षाविद, चितक, राजनेता और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। उन्हें एक प्रखर राष्ट्रवादी के रुप में जाना जाता है। वह राष्ट्र की एकता और अखंडता के प्रतीक हैं। डॉ. मुखर्जी प्रथम प्रधानमंत्री के मंत्रीमंडल में उद्योग और अपूर्ति मंत्री भी रहे। केंद्र सरकार में मंत्री बनने से पहले वह पश्चिम बंगाल सरकार में वित्त मंत्री रह चुके थे। मात्र 33 वर्ष की आयु में वह कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बन गए थे। इस पद पर नियुक्ति पाने वाले वह सबसे कम आयु के व्यक्ति थे। परंतु उनके राष्ट्रवादी सोच के चलते कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ उनके मतभेद बराबर बने रहे। अत: सन 1950 में नेहरू लियाकत समझौता के विरोध में उन्होंने छह अप्रैल 1950 को मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया। इस सारे घटनाक्रम के उपरांत अक्टूबर 1951 में एक नई राजनीतिक पार्टी भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई। डॉ. मुखर्जी जम्मू कश्मीर राज्य को धारा 370 के तहत अलग दर्जा दिए जाने के घोर विरोधी थे। वह चाहते थे कि जम्मू-कश्मीर को भी भारत के अन्य राज्यों की तरह माना जाए। इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शकुंतला शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी विनीत कवातरा, जिला सचिव अमित रोहिला, मोर्चों के जिला अध्यक्ष सर्वजीत सिंह विर्क, रामपाल पाली, मंडल अध्यक्ष विनीत बजाज, जिला संयोजक दीपक चौहान, नरेंद्र जांगड़ा, रतन लाल बंसल, गुलजार सैनी, सूर्य प्रताप, रामपाल डाबर, देवेंद्र राणा मौजूद रहे।
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