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चक्कर पे चक्कर लगा रहे उपभोक्ता, नहीं दूर हो रही बिलों की गड़बड़ी

बिजली विभाग के दफ्तर में लोगों के काम नहीं हो रहे हैं। लोग कई-कई दिन चक्कर काटते हैं पर उनकी समस्या का समाधान नहीं होता।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 07:30 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 07:30 AM (IST)
चक्कर पे चक्कर लगा रहे उपभोक्ता, नहीं दूर हो रही बिलों की गड़बड़ी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : दिन मंगलवार। समय सुबह 11 बजे, स्थान बिजली निगम कार्यालय। निगम कार्यालय में घुसते ही हेल्प डेस्क पर लोगों की भीड़ लगी थी। उपभोक्ताओं का कहना था कि वे चक्कर पे चक्कर लगवा रहे हैं, लेकिन बिलों की शिकायतें दूर नहीं की जा रही हैं। अधिकारी बिल ठीक करने का भरोसा देते हैं, लेकिन अगले बिल में फिर उसी तरह की गड़बड़ी मिलती है। फोटो- 07

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एक साल का भेज दिया इकट्ठा बिल

थानेसर के नीरज ने बताया कि उसका एक साल का इकट्ठा बिल भेज दिया है। अब बिल 26 हजार रुपये है। ऐसे में केवल शिकायत करने के अलावा कोई चारा नहीं है। बिजली निगम ने घरों के बाहर मीटर लगाए हुए हैं, ऐसे में रोजाना रीडिग भी नहीं देख पाते। निगम कर्मी कहते हैं कि मीटर कई बार जंप कर जाता है। जिसका खामियाजा उपभोक्ता को झेलना पड़ रहा है। फोटो- 08

मीटर है खराब, बिल आ गया 70 हजार

गांव ढेरू माजरा के किसान श्याम लाल का कहना था कि उसके घर के बाहर लगा बिजली का मीटर खराब है। इसका पता भी तब चला जब निगम का कर्मी रीडिग लेने के लिए पहुंचा। अब 70 हजार रुपये का बिजली बिल आ गया है। अधिकारी बिल ठीक नहीं कर रहे। वह कई बार शिकायत कर चुका है। निगम में सबकुछ मनमाना चल रहा है। फोटो संख्या : 09

बार-बार शिकायत के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई

गांव खेड़ी मारकंडा निवासी सुरेश कुमार का कहना था कि उसका बिजली का मीटर खराब है। अब कह रहे हैं कि इसे जांच के लिए कैथल भेजा जाएगा। बार-बार शिकायत के बाद भी उसकी सुनवाई नहीं हो पा रही है। जिसके चलते उन्हें अपने काम-धंधे छोड़ कर निगम कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं। अधिकारी व कर्मचारी सुनवाई तक नहीं कर रहे। सरकार कह रही ट्यूबवेल कनेक्शन देगी, भटक रहे हैं किसान

किसान धर्म सिंह का कहना था कि पिछले दिनों प्रदेश के बिजली मंत्री का बयान आया है कि सरकार किसानों को ट्यूबवेल कनेक्शन देगी। लेकिन पिछले एक साल से किसान भटक रहे हैं। अब कहा जा रहा है कि ट्यूबवेल की मोटर बिजली निगम देगा। मगर उसकी कितनी राशि भरनी है वह अभी तक तय नहीं हुई। किसान पिछले दो सालों से खर्च कर जनरेटर पर ट्यूबवेल चलाने को मजबूर हैं। अब किसानों पर दोहरी मार पड़ेगी। शिकायतों पर होती है तुरंत कार्रवाई : एसडीओ

बिजली निगम के एसडीओ राजबीर देसवाल का कहना है कि उपभोक्ताओं की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई होती है। सुबह 11 बजे से एक बजे तक वे उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनते हैं। उनका कहना है कि सरकार की ओर से अब फाइव स्टार मोटर दी जाएगी। जल्द ही किसानों को कनेक्शन उपलब्ध हो जाएंगे।


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