भागवत कथा में सुनाया भगवान वामन अवतार प्रसंग
सेक्टर-तीन के शिव मंदिर में भागवत प्रेमियों की ओर से करवाई जा रही संगीतमयी श्रीमछ्वागवत कथा के तीसरे दिन कथाव्यास पंडित रमेश पराशर ने जड़ भरत और भगवान वामन अवतार का प्रसंग सुनाया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
सेक्टर-तीन के शिव मंदिर में भागवत प्रेमियों की ओर से करवाई जा रही संगीतमयी श्रीमछ्वागवत कथा के तीसरे दिन कथाव्यास पंडित रमेश पराशर ने जड़ भरत और भगवान वामन अवतार का प्रसंग सुनाया। कथा के यजमान अजय कंसल, मदन कुमार धीमान, सुरेश कुमार, दर्शन धीमान, चेतन शर्मा और रितु शर्मा
ने भागवत पूजन में हिस्सा लेकर कथावाचक को तिलक लगाया। कथाव्यास ने बताया कि वामन अवतार भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी की दंभ तथा अंहकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता। यह धनसंपदा क्षणभंगुर होती है। इसलिए इस जीवन में परोपकार करो। प्रवचनों में उन्होंने कहा कि अहंकार, गर्व, घृणा और इष्र्या से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। यदि हम संसार में पूरी तरह मोहग्रस्त और लिप्त रहते हुए संसारिक जीवन जीते हैं, तो हमारी सारी भक्ति एक दिखावा ही रह जाएगी। कथा के दौरान वामन अवतार की झांकी दिखाई गई और तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली पर श्रद्घालु भाव-विभोर हो उठे। भागवत आरती में श्रवण शर्मा, अजेश गोयल, सुनील दत्त सैनी, सुरेश कुमार, विजय जैन, धीरज मलिक, सीबी मदान, एसएस सैनी, पूजा, वीणा, मंजुषा, मीरा, गुलशन सूदन, राजदुलारी मौजूद रही।