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बसौड़ा पर्व चार को मनेगा, बासी भोजन खाने की है परंपरा

कुरुक्षेत्र होली के आठवें दिन शीतला अष्टमी व्रत किया जाता है। इस साल यह व्रत चार अप्रैल रविवार को मनाया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि माता शीतला इस दिन प्रसन्न होती हैं और बच्चों की कई बीमारियों से रक्षा करती हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Apr 2021 06:31 AM (IST)Updated: Fri, 02 Apr 2021 06:31 AM (IST)
बसौड़ा पर्व चार को मनेगा, बासी भोजन खाने की है परंपरा
बसौड़ा पर्व चार को मनेगा, बासी भोजन खाने की है परंपरा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : होली के आठवें दिन शीतला अष्टमी व्रत किया जाता है। इस साल यह व्रत चार अप्रैल रविवार को मनाया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि माता शीतला इस दिन प्रसन्न होती हैं और बच्चों की कई बीमारियों से रक्षा करती हैं। होली से अगले दिन भी यह व्रत आता है। इस व्रत को बसौड़ा व्रत भी कहा जाता है। इस दिन माता शीतला की पूजा की जाती है। हिदू पंचांग के अनुसार प्रति वर्ष शीतला अष्टमी का व्रत चैत्र माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को होता है।

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गायत्री ज्योतिष अनुसंधान के संचालक डा. रामराज कौशिक ने बताया कि व्रत की तैयारी सप्तमी से ही शुरू हो जाती है। उस रात को रसोई की साफ सफाई कर स्नान करने के बाद खाना बनाया जाता है। अगले दिन सुबह उठकर सूर्योदय से पहले रात का बासी खाना मंदिर में शीतला माता को चढ़ाया जाता है। इसमें दही, राबड़ी, गुड़ और कई अन्य वस्तुएं होती हैं।

बासी खाने का भोग लगाने के पीछे कथा

मां शीतला को भोग के रूप में चावल और घी चढ़ाया जाता है। दरअसल शीतला अष्टमी के दिन घर में चूल्हा नहीं जलाया जाता है। एक दिन पहले तैयार किए भोजन का ही भोग लगाकर उसे ग्रहण किया जाता है। इस दिन के बाद से बासी खाना खाने की मनाही होती है। व्रत के बाद से गर्मी शुरू हो जाती हैं। गर्मियों में बासी भोजन खाने से बीमार होने का खतरा रहता है।

शीतला अष्टमी पूजा मुहूर्त - 06:08 सुबह से 06:41 शाम तक

अवधि - 12 घंटे 33 मिनट।

अष्टमी तिथि प्रारंभ-04 अप्रैल 2021 को 04:12 बजे सुबह

अष्टमी तिथि समाप्त-05 अप्रैल 2021 को 02:59 बजे सुबह

अष्टमी के दिन शुभ मुहूर्त

ब्रह्मा मुहूर्त पांच अप्रैल को सुबह 04:24 से 05:09 बजे तक होगा। अभिजित मुहूर्त सुबह 11:47 से 12:37, विजय मुहूर्त दोपहर बाद 02:17 से 03:07 बजे, गोधूलि मुहूर्त शाम 06:14 से 06:38 बजे तक होगा। अमृतकाल रात 09:24 से 10:58 बजे तक, निशिता मुहूर्त रात 11:48 से सुबह 12:34 बजे तक होगा। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 02:06 से 05:55 बजे सुबह तक होगा।


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