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बैंक उद्योग बहुत ही बुरी स्थिति से गुजर रहा है : एस के संगतानी

सिडिकेट बैंक एंप्लाइज यूनियन की नॉर्दन जोन स्टेट कान्फ्रेंस का आयोजन कुरुक्षेत्र में किया गया। इस में हरियाणा पंजाब हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ के बैंक कर्मचारी तथा अधिकारी शामिल हुए। इस मौके पर कांफ्रेंस का शुभारंभ ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जेपी शर्मा ने विधिवत दीपप्रच्वलित कर कांफ्रेंस का शुभारंभ किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 08:20 AM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 08:20 AM (IST)
बैंक उद्योग बहुत ही बुरी स्थिति से गुजर रहा है : एस के संगतानी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सिडिकेट बैंक एंप्लाइज यूनियन की नॉर्दन जोन स्टेट कान्फ्रेंस का आयोजन कुरुक्षेत्र में किया गया। इस में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ के बैंक कर्मचारी तथा अधिकारी शामिल हुए। इस मौके पर कांफ्रेंस का शुभारंभ ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जेपी शर्मा ने विधिवत दीपप्रच्वलित कर कांफ्रेंस का शुभारंभ किया। कांफ्रेंस में मुख्यातिथि के तौर पर दिल्ली जोन के महाप्रबंधक विजया कुमार ने शिरकत की और

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सिडिकेट बैंक एंप्लाइज यूनियन (एसबीईयू) के महासचिव एसके संगतानी व एचबीईएफ के महासचिव राजेश बंसल ने विशिष्ट अतिथि ने तौर पर भाग लिया। इस दौरान यूनियन की नई कार्यकारिणी का भी गठन किया गया। संगतानी ने कहा कि आज बैंक उद्योग के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए हैं। बैंकों के विलय तथा बैंक कर्मचारियों के वेतन के विषय सहित अन्य प्रमुख मुद्दों पर चारों राज्यों के कर्मचारियों द्वारा विचारविमर्श किया गया। संगतानी ने कहाकि आज बैंक उद्योग बहुत ही बुरी स्थिति से गुजर रहा है। आज कोई समझे तो पूरे देश के सभी कार्य बैंकों के माध्यम से ही चल रहे हैं, लेकिन बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी बहुत ही बुरी स्थिति में कार्य कर रहे हैं। सरकार से लगातार मांग की जा रही है कि बैंकों को बेहतर स्थिति में लाने के लिए बैंक कर्मचारियों के स्टाफ की कमी को पूरा किया जाए। सरकार को चाहिए कि देश के बड़े उद्योगपति और व्यवसायियों से एनपीए की वसूली का कार्य करे। एस के संगतानी ने कहाकि सरकार उल्टा कार्य कर रही है उद्योगपति और व्यवसायियों से एनपीए की वसूली के स्थान पर बैंकों को विलय कर के औने पौने में बेचने का कार्य कर रही है। आज जनता का पैसा लूटाया जा रहा है। बैंकों का विलय न जनता के हित में है और न ही कर्मचारियों के हित में है। उन्होंने बताया कि इस विषय पर बहुत से अर्थशास्त्री भी चिता व्यक्त कर चुके हैं। बैंक कर्मचारियों से उनके कार्यों के अलावा अन्य कार्य लिए जा रहे हैं। बैंक आज अपने मु य कार्यों में पिछड़ रहे हैं। आज 73 प्रतिशत पैसा बड़े कॉर्पोरेट के पास दबा हुआ है। इस मौके पर क्षेत्रीय प्रबंधक शंकर लाल, घनश्याम, चन्दर शेखर नैन, शिवानी नरूला, बलबीर सिंह शेरावत व प्रीतम सिंह मौजूद थे।


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