आयुष्मान में कमजोर लोगों को मिल रहा जीवन का आशीर्वाद
आयुष्मान योजना आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आयुष्मान योजना आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। इस योजना में आर्थिक रूप से कमजोर लोग न केवल हड्डियों, पत्थरी व मोतियाबिद जैसे आपरेशन निजी अस्पतालों में करा पा रहे हैं, बल्कि हार्ट सर्जरी और घुटने बदलने जैसे महंगे उपचार भी करा रहे हैं। जिले की अगर बात करें तो जिले में अब तक 20 हजार लोग आयुष्मान के तहत सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में अपना उपचार करा चुके हैं। इन मरीजों के उपचार पर सरकार ने 17 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इतना ही नहीं जिन आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों पर बीमारी की आपात समस्या गिरने से पूरे जीवन की पूंजी लग जाती थी उन्हें भी आयुष्मान योजना ने हौसला दिया है।
योजना के तहत जिले के 22 अस्पतालों में हो रहा उपचार
23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। उस समय आयुष्मान योजना के पैनल पर जिले के महज 14 अस्पताल थे, जहां उक्त योजना के तहत लाभार्थी मरीज को नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा था, लेकिन अब कुरुक्षेत्र में 22 अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के पैनल पर हैं। इनमें सिम्स अस्पताल, सेठी नर्सिंग होम, एस मेहता सर्जिकल एंड मेटरनिटी अस्पताल, अग्रवाल नर्सिंग होम, सिग्नस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, कुरुक्षेत्रा नर्सिंग होम, पीडी मेमोरियल चौहान आई एंड मेटरनिटी अस्पताल, सोबती नर्सिंग होम, श्री बालाजी आरोग्यम अस्पताल, सैनी आई केयर सेंटर, बीएस हार्ट केयर एंड मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, सरस्वती मिशन अस्पताल शामिल हैं। अब तक एक लाख 60 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए : उज्ज्वल
आयुष्मान भारत योजना के जिला सूचना अधिकारी उज्ज्वल वर्मा ने बताया कि यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। गोल्डन कार्ड वाले लोग आयुष्मान योजना में लाभ ले सकते हैं।