अब आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को प्ले वे की तर्ज पर माहौल उपलब्ध करवाने की तैयारी
डीसी डॉ. एसएस फुलिया ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले वे स्कूल की तर्ज पर बच्चों को सुविधाएं और माहौल देने का प्रयास किया जाए ताकि अभिभावक शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों की देखरेख के लिए निजी संस्थानों में जाने की बजाए आंगनबाड़ी केंद्रों में अपने बच्चों को लेकर आएं। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष योजना के तहत काम करना होगा और कार्य की नियमित रुप से समीक्षा भी करनी होगी।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : डीसी डॉ. एसएस फुलिया ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले वे स्कूल की तर्ज पर बच्चों को सुविधाएं और माहौल देने का प्रयास किया जाए ताकि अभिभावक शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों की देखरेख के लिए निजी संस्थानों में जाने की बजाए आंगनबाड़ी केंद्रों में अपने बच्चों को लेकर आएं। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष योजना के तहत काम करना होगा और कार्य की नियमित रुप से समीक्षा भी करनी होगी। वह शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में महिला एवं बाल विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा को लेकर अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले डीसी को महिला एवं जिला विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नीना कपूर ने विभाग से संबंधित सभी योजनाओं और प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत रुप से फीडबैक रिपोर्ट दी। इस रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए डीसी डॉ. एसएस फुलिया ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को जल्द अप टू डेट किया जाए। इन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले वे स्कूल की तर्ज पर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ-साथ अच्छी शिक्षा और अच्छा प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जाए ताकि आंगनबाड़ी में बच्चों की संख्या निरंतर बढ़ती रहे। बच्चों को सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए नियमानुसार पंजीकरण करके आधार और बैंक एकाउंट के साथ लिक किया जाए। इतना ही नहीं महिलाओं की डाइट पर भी फोकस किया जाए कि गांव में उपलब्ध खाद्य पदार्थों को लेकर ही डाइट चार्ट बनाया जाए और महिलाओं को जागरुक किया जाए। इस मौके पर सीएमओ डॉ. सुखबीर सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ. एनपी सिंह, बाल संरक्षण परिषद के चेयरमैन कृष्ण पांचाल मौजूद थे।