Amritpal Singh: फिर हाथ से फिसला अमृतपाल, एसटीएफ को भनक लगती तब तक हुआ फुर्र….; पनाह देने वाली महिला गिरफ्तार
पंजाब पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह एक बार फिर एसटीएफ के हाथ से फिसल गया। हैरानी की बात है कि वह तीन दिनों तक एक आरसी क्लर्क हरजिंद्र के घर छिपा रहा मगर हरियाणा और पंजाब की एसटीएफ को भनक तक नहीं लगी।
शाहाबाद (कुरुक्षेत्र), जागरण संवाददाता : पंजाब पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह एक बार फिर एसटीएफ के हाथ से फिसल गया। हैरानी की बात है कि वह तीन दिनों तक एक आरसी क्लर्क हरजिंद्र के घर छिपा रहा, मगर हरियाणा और पंजाब की एसटीएफ को भनक तक नहीं लगी। जब पता चला, बहुत देर हो चुकी थी। अमृतपाल वहां से निकल चुका था।
हरजिंद्र और उसकी बहन को किया गिरफ्तार
लकीर पीटते हुए एसटीएफ ने हरजिंद्र को बुधवार को हिरासत में लेकर छापेमारी की। उसकी बहन बलजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया। देर शाम हरजिंद्र को छोड़ दिया गया। चर्चा रही कि हरिंजद्र के पिता गुरनाम सिंह को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन रात में वह घर पहुंच गए। सूत्रों के मुताबिक, पंजाब पुलिस की सारी घेराबंदी को धता बताते हुए भाग निकला अमृतपाल 19 मार्च को अपने साथी पपलप्रीत के साथ स्कूटी पर कुरुक्षेत्र के शाहाबाद कस्बे के न्यू सिद्धार्थ कालोनी में हरिंजद्र के घर पहुंचा। हरजिंद्र लाडवा एसडीएम कार्यालय के क्लर्क है।
अमृतपाल के संपर्क में थी बलजीत कौर
अंबाला एसटीएफ को अमृतपाल के हरजिंद्र के घर छिपे होने की सूचना मिली थी, लेकिन जब तक वह कुछ करती अमृतपाल यहां से 22 मार्च की सुबह निकल गया। बताया जा रहा है कि हरजिंद्र की बहन बलजीत कौर अमृतपाल के संपर्क में थी। यही कारण है कि लगातार ठिकाना बदल रहा अमृतपाल यहां पहुंचा। अंबाला एसटीएफ ने बलजीत कौर को पंजाब एसटीएफ को सौंप दिया है जबकि हर¨जद्र और उसके पिता को अपनी हिरासत में रखा है। पुलिस जांच कर रही है कि बलजीत कौर अमृतपाल के संपर्क में कैसे आई?
उत्तराखंड की ओर भगा अमृतपाल
अमृतपाल साथी के साथ उत्तराखंड की ओर फरार हो गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, 42 वर्षीय बलजीत कौर अविवाहित है। वह अक्सर अमृतपाल व पपलप्रीत के बारे में बातचीत करती थी। बुधवार रात को पंजाब पुलिस की दो गाड़ियां और हरियाणा पुलिस की एक गाड़ी में सामान्य कपड़ों में हथियारबंद लोग आए और बलजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया।
सूचना मिली कि बुधवार को बलजीत के भाई हरजिद्र ¨सह ने कुरुक्षेत्र के उपायुक्त के सामने समर्पण कर दिया। इसके बाद पुलिस बलजीत तक पहुंची। पंजाब पुलिस के मुताबिक, पपलप्रीत ने बलजीत कौर से संपर्क साध कर उसके घर पर रुकने की इच्छा जताई थी। 19 मार्च की रात एक बजे अमृतपाल व पपलप्रीत बलजीत कौर के घर पहुंचे।
छाता व थैला लेकर जा रहे व्यक्ति को बताया जा रहा अमृतलाल
इंटरनेट मीडिया पर शाहाबाद के एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज सामने आ रही है, जिसमें छाता व थैला लिए जा रहे व्यक्ति को अमृतपाल ¨सिंह बताया जा रहा है। उसके साथ आगे चल रही महिला को बलजीत कौर बताया जा रहा है।
हरजिंद्र के घर के बहार खड़ी थी पंजाब के नंबर प्लेट की गाड़ी
हालांकि फुटेज में व्यक्ति व महिला पैदल चल रहे हैं और दोनों के चेहरे दिखाई नहीं दे रहे हैं। पंजाब नंबर की ब्रेजा गाड़ी को देखा गया कॉलोनी में कॉलोनी के लोगों बताया कि कुछ दिनों से हरजिंद्र के घर के बाहर पंजाब नंबर की ब्रेजा गाड़ी खड़ी नजर आ रही थी, लेकिन उन्हें इस बारे अंदेशा नहीं था कि यह गाड़ी अमृतपाल की हो सकती है। उन्होंने बताया कि यह गाड़ी 19 मार्च की रात को कालोनी में खड़ी थी, लेकिन 22 मार्च की सुबह गायब थी।