दशमेश पिता ने देश, कौम और धर्म के लिए लड़े सभी युद्ध : अजराना
गुरुद्वारा साहिब पातशाही दसवीं में प्रकाश पर्व पर समागम हुआ। शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेश प्रवक्ता कंवलजीत सिंह अजराना शामिल हुए।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेश प्रवक्ता कंवलजीत सिंह अजराना ने कहा कि दुनिया में होने वाले युद्ध जर, जोरु व जमीन के लिए हुए हैं। मगर इतिहास साक्षी है कि श्री गुरु गोबिद सिंह महाराज ने सभी 14 युद्ध धर्म, कौम व मानवता के लिए लड़े और जीते।
वे धर्मनगरी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही दसवीं साहिब-ए-कमाल में श्री गुरु गोबिद सिंह महाराज एवं शहीद बाबा दीप सिंह के प्रकाश पर्व पर कराए गए समागम में संगत से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए खासला पंथ की स्थापना की। उन्होंने खालसा पंथ को अन्याय के विरुद्ध लड़ने और कमजोर का साथ देने के लिए प्रेरित किया। सिख कौम आज भी गुरु साहिब के इस संदेश को जीवन में आत्मसात कर आगे बढ़ रही है। शिरोमणि अकाली दल हरियाणा महिला विग की प्रदेशाध्यक्ष बीबी रविद्र कौर ने कहा कि श्री गुरु गोबिद सिंह महाराज ने अपना सारा परिवार पंथ, कौम व देश के लिए कुर्बान कर दिया। उन्होंने मात्र नौ वर्ष की आयु में अपने पिता श्री गुरु तेग बहादुर साहिब को बलिदान देने के लिए दिल्ली भेज दिया और अपने चारों पुत्रों को कौम, धर्म व देश के लिए कुर्बान कर दिया। गुरु साहिब के जीवन एवं शिक्षाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए। समागम में गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब दिल्ली के हजूरी रागी भाई रणजीत सिंह, रागी जत्था बीबी अमनदीप कौर पटना साहिब वाले, ब्राइट फ्यूचर इंटरनेशनल अकाल अकादमी मांडी के विद्यार्थियों ने गुरुद्वारा पतालपुरी लाडवा के हजूरी रागी भाई जगतार सिंह ने शबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया। ढाडी जत्था बीबी दलेर कौर खालसा पंडौरी खास वाले ने भी ढाडी वारों के माध्यम से संगत को गुरु इतिहास से जोड़ा। कार्यक्रम में भाई तारु सिंह खालसा सेवादल द्वारा श्री सुखमणि साहिब पाठ के बाद नाम सिमरन कराया गया। आयोजक बाबा बंदा सिंह बहादुर सेवक जत्था कुरुक्षेत्र के पदाधिकारियों एवं डीएसपी गुरमेल सिंह ने अतिथियों एवं रागी व ढाडी जत्थों को सिरोपा भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गुरुद्वारा बैकुंठ धाम सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन लखविद्र सिंह संधू, शिरोमणि अकाली दल के जिला शहरी प्रधान तजिद्र सिंह मक्कड़ मौजूद रहे।