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निट कर्मचारियों की मांगों को लेकर सख्त हुई फेडरेशन

आल इंडिया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी नान टीचिग एंप्लाइज फेडरेशन देश भर के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) के गैर शिक्षक कर्मचारियों के हितों को लेकर सख्त हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Nov 2019 06:28 AM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 06:28 AM (IST)
निट कर्मचारियों की मांगों को लेकर सख्त हुई फेडरेशन
निट कर्मचारियों की मांगों को लेकर सख्त हुई फेडरेशन

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आल इंडिया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी नान टीचिग एंप्लाइज फेडरेशन देश भर के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) के गैर शिक्षक कर्मचारियों के हितों को लेकर सख्त हो गया है। फेडरेशन ने कुरुक्षेत्र निट में आयोजित बैठक में साफ कर दिया है कि अब कर्मचारी चैन से नहीं बैठेंगे। गैर शिक्षक कर्मचारियों की पदोन्नति और समान काम और समान पद नाम को लेकर कर्मचारियों ने इन समस्याओं का प्रमुखता से समाधान करने की मांग की है। इसके लिए बाकायदा राष्ट्रीय बैठक में 11 सूत्रीय मांग पत्र तैयार किया गया है, इस मांग पत्र को जल्द केंद्रीय मंत्री को सौंपकर पूरा करने की मांग की जाएगी।

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बैठक की कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए फेडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दविद्र गौड़ ने बताया कि बोर्ड आफ गवर्नर की बैठक में गैर शिक्षक कर्मचारियों के प्रतिनिधि को शामिल नहीं किया जा रहा है। इसी कारण गैर शिक्षक कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान भी नहीं हो पा रहा है। इसी तरह अलग-अलग निट में एक समान काम करने वाले गैर शिक्षक कर्मचारियों को अलग-अलग पदनाम दिए गए हैं। इसको लेकर कई बार वह प्रबंधन को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।

गौड़ ने बताया कि अब देश भर की निट के कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए ही फेडरेशन का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि निट बैठक में समान काम समान पद, कई सालों लंबित पड़ी पदोन्नति, निट परिसर में कम्युनिटी सेंटर बनाने, पुराने डिजाइन से तैयार किए जा रहे घरों के डिजाइन में जरूरत अनुसार बदलाव करने, निट प्रबंधन की ओर से हर साल कर्मचारियों को दिए जाने वाले बोनस को दोबारा शुरू करवाने, बोर्ड आफ गवर्नर की बैठक में गैर शिक्षक कर्मचारियों का एक प्रतिनिधि शामिल करने, गैर शिक्षक कर्मचारियों के लिए अलग से एक बीओजी की बैठक करने, एक्सग्रेसिया नीति का लाभ देने, मेडिकल कैशलैस स्कीम का लाभ देने, पदोन्नति के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा को बंद करने की मांग की गई है।

इस बैठक में भोपाल से एमके दीक्षित, जयपुर से बिपिन कुमार शाह, सुरेंद्र कुमावत, फिरोज अहमद, कुमावत अरुण सुरेश, नागपुर से मनोहर जायसवाल, सूरत से जीएस शाह, जीवी मास्टर, शिवपुर से येशन मुलीक, सुष्मिता सरकार, बिमल कुमार घोष, आरके मीना, महेंद्र सिंह रावत, कुलविद्र सिंह, नरेश भारद्वाज मौजूद रहे।


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