आयुर्वेदिक अस्पताल में निजी लैब कर्मचारी ने सैंपल लिया
श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में अपनी पत्नी का उपचार करा रहे एक व्यक्ति ने उपचार के नाम पर चिकित्सक पर बाहरी लैब को सैंपल दिलाने का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में अपनी पत्नी का उपचार करा रहे एक व्यक्ति ने उपचार के नाम पर चिकित्सक पर बाहरी लैब को सैंपल दिलाने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन को भी मौखिक रूप से की है, जबकि सोमवार को चंडीगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री से भी लिखित में शिकायत करने की बात कही है। वहीं अस्पताल प्रशासन के मुताबिक यह मामला झूठा है। अस्पताल की अपनी लैब में जांच होती है और किट नहीं होने की स्थिति में मरीज को टेस्ट लिख दिए जाते हैं इसके बाद वह कहीं भी अपनी जांच करा सकते हैं।
नछतर सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी रितु चौहान की तबीयत खराब थी। वह श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में उपचार कराने के लिए पहुंची थी। उसका उपचार कर रहे चिकित्सक ने उसे टेस्ट कराने के लिए उसकी पर्ची पर टेस्ट लिख दिए और उसे दाखिल कर लिया। उसका आरोप है कि टेस्ट के लिए सैंपल लेने के बाद सायं को एक व्यक्ति रिपोर्ट लेकर आया तो उसने 450 रुपये मांग लिए। नछतर सिंह का आरोप यह भी है कि जब उन्होंने बाहर से टेस्ट कराने पर विरोध जताया तो चिकित्सकों ने उससे मौखिक रूप से अपनी गलती मान ली। नछतर सिंह ने कहा कि अब वे अपनी पत्नी का उपचार पिहोवा में करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निजी लैब कर्मी को सरकारी अस्पताल में आकर सैंपल लेने की अनुमति कैसे दी गई। वहीं श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि महिला मरीज अस्पताल में आई थी। उस दिन अस्पताल की लैब में जांच करने वाली किट नहीं थी, जिसके चलते मरीज को कुछ टेस्ट कराने का परामर्श दिया गया था। मरीज ने अपने स्तर पर निजी लैब में जांच कराई है। किसी चिकित्सक ने निजी लैब संचालक या कर्मी को टेस्ट का सैंपल लेने के लिए नहीं बुलाया था।
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