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80 वैदिक विद्वानों ने मंत्रोच्चारण से शुरू करवाई तिरुपति बालाजी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा

फोटो-36, 37 व 38 जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धाíमक अनुष्ठान के साथ आंधाíमक अनुष्ठान के साथ आंध्र प्रदेश से आए 80 वैदिक विद्वानों ने मंत्रोच्चारण के साथ तिरुपति बालाजी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत की। चार दिन तक वैदिक मंत्रोच्चारण व शंखनाद के बीच प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत की गई। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में तिरुपति बालाजी के दर्शन एक जुलाई से होंगे। ब्रह्मासरोवर के पूर्वी तट पर स्थित भगवान तिरुपति बालाजी मंदिर में गणेश वंदना व पूजन के साथ प्राण प्रतिष्ठा का श्रीगणेश किया गया। एक जुलाई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूजा अर्चना करेंगे। इसी दिन मुख्यमंत्री मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे और कपाट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। से आए 80

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Jun 2018 01:29 AM (IST)Updated: Fri, 29 Jun 2018 01:29 AM (IST)
80 वैदिक विद्वानों ने मंत्रोच्चारण से शुरू करवाई तिरुपति बालाजी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा
80 वैदिक विद्वानों ने मंत्रोच्चारण से शुरू करवाई तिरुपति बालाजी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा

फोटो-36, 37 व 38

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जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धाíमक अनुष्ठान के साथ आंध्र प्रदेश से आए 80 वैदिक विद्वानों ने मंत्रोच्चारण के साथ तिरुपति बालाजी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत की। चार दिन तक वैदिक मंत्रोच्चारण व शंखनाद के बीच प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत की गई। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में तिरुपति बालाजी के दर्शन एक जुलाई से होंगे।

ब्रह्मासरोवर के पूर्वी तट पर स्थित भगवान तिरुपति बालाजी मंदिर में गणेश वंदना व पूजन के साथ प्राण प्रतिष्ठा का श्रीगणेश किया गया। एक जुलाई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूजा अर्चना करेंगे। इसी दिन मुख्यमंत्री मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे और कपाट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। मंदिर प्रशासक प्रेम गांगल का कहना है कि मंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए प्रदेश के सभी विधायकों व सांसदों से लेकर मंत्रियों को निमंत्रण भेजा गया है। इसके साथ ही 40 हजार समाज सेवी संस्थाओं के पदाधिकारी, गणमान्य लोगों के साथ आमजन को मंदिर का निमंत्रण भेजा गया है। वहीं भक्तों को ड्राइफ्रूट से तैयार विशेष लड्डू प्रसाद के तौर पर दिया जाएगा।

खासियत

दक्षिणी भारत की द्रविड़न शैली की वास्तुकला पर मूर्तियों व मंदिर का निर्माण किया गया। मंदिर निर्माण में 1500 टन पत्थर लगा है, जिसे आंध्र प्रदेश से मंगवाया गया। मंदिर के कपाट बंद नहीं होंगे सील

आंध्रप्रदेश के तिरुमला तिरुपति देवास्थानाम ट्रस्ट द्वारा तैयार किए गए भगवान तिरुपति बालाजी के मंदिर में भगवान विष्णु के पट शाम को सील कर दिए जाएंगे। इसके बाद सुबह ट्रस्ट की मौजूदगी में इसे खोला जाएगा। भगवान विष्णु की मूíत को कीमती आभूषणों से सजे होने के चलते सावधानी बरती जाएगी।


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