मुख्यमंत्री की 259 घोषणाओं में से 50 ही हो पाई पूरी, 89 पर चल रहा काम
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मुख्यमंत्री की घोषणाओं में कुरुक्षेत्र को मिली कई बड़ी सौगातों में से अब तक 50 ही पूरी हो पाई हैं, जबकि इनमें से 89 घोषणाओं पर काम तेजी से चल रहा है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
मुख्यमंत्री की घोषणाओं में कुरुक्षेत्र को मिली कई बड़ी सौगातों में से अब तक 50 ही पूरी हो पाई हैं, जबकि इनमें से 89 घोषणाओं पर काम तेजी से चल रहा है। इनमें कई घोषणाएं शहरवासियों के लिए इतनी महत्वपूर्ण हैं कि इनके पूरा होते ही लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। इनमें कई ऐसे बड़े प्रोजेक्ट भी हैं जिनकी लागत अरबों रुपये है और इन्हें पूरा होने में लंबा समय लग सकता है। इनमें एक बड़ा प्रोजेक्ट देश का सबसे पहला आयुष विश्वविद्यालय भी है, जो लगभग 100 एकड़ जमीन में बनेगा, इसको लेकर काम तेजी से चल रहा है। इतना ही नहीं लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल का नया भवन जल्द ही जनता को समर्पित हो सकता है। जहां हर माह इलाज के लिए 30 हजार से भी ज्यादा लोग पहुंचते हैं।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही अब तक मुख्यमंत्री की ओर से कुरुक्षेत्र के लिए 259 घोषणाएं की गई हैं। इन्हीं घोषणाओं को समय पर पूरा करवाने के लिए डीसी हर सप्ताह अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं। इन बैठकों में सभी अधिकारियों के सामने की मौके पर घोषणाओं के सामने आई अड़चनों को दूर कर काम में तेजी लाई जाती है। इन घोषणाओं में से 50 ऐसी हैं जिनका काम पूरा हो गया है। इसके लिए अलावा 89 ऐसी हैं जिन पर काम चल रहा है। इन घोषणाओं में 112 घोषणाएं ऐसी भी हैं जो प्रोसेस में चल रही हैं।
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आठ मिली नोट फिजीबल मुख्यमंत्री की घोषणाओं में आठ नोट फिजीबल मिली हैं। इनमें लाडवा में एचएसवीपी के दो सेक्टर को लेकर की गई घोषणा फिजीबल नहीं पाई गई है। ऐसे में यह पूरी नहीं हो सकती। इसी तरह धन्ना भगत पब्लिक स्कूल में जगह न होने के कारण उसमें बनने वाला हाल, झांसा में बनाया जाने वाला स्टेडियम और गांव दयालपुर में थ्री पौंड सिस्टम की घोषणा भी नोट फिजीबल पाई गई है। इसके साथ ही गांव अमीन में पीएचसी को सीएचसी का दर्जा देने, शाहाबाद में वनस्पति घी की इंडस्ट्री लगाने, पिपली में घरों के ऊपर से बिजली की तारें हटाकर उन्हें भूमिगत करने, लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल के सामने रेलवे ट्रैक पर सब-वे बनाने व पिहोवा में रेस्ट हाउस बनाने की घोषणा भी फिजीबल नहीं पाई गई है।
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डीसी ने दो बार सीधे संबंधित अधिकारी को भेजे पत्र
पिपली में बनने वाले अंतर राज्य बस अड्डे की घोषणा पर काम शुरू करने के लिए डीसी डॉ. एसएस फुलिया की ओर से दो बार सीधे संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी किए गए हैं। इस घोषणा पर काम बसों के लिए पर्याप्त रास्ता न होने के कारण अटका पड़ा था। अब बसों के लिए रास्ता दिए जाने को लेकर हैफेड की ओर से जगह ले ली गई है। हैफेड को बस अड्डे के साथ लगती जगह के बदले दूसरी जगह दे दी गई है। अब बस अड्डे बसों के जाने और आने के लिए रास्ते की समस्या का समाधान हो गया है। इस समाधान के बाद डीसी डॉ. एसएस फुलिया की ओर से इस काम में तेजी लाने के लिए सीधे संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर दिए गए हैं। इस पर भी जल्द काम शुरू हो सकता है।