लगभग 40 साल से लंबित जल विवाद को 40 मिनट में आपसी सहमति से निपटाया
-उपायुक्त ने बैठक में अधिकारियों को सर्वे करने के दिए निर्देश तीन गांवों के जल विवाद को डीसी डॉ. एसएस फुलिया ने ग्रामीणों की आपसी सहमति के साथ लगभग 40 मिनट में निपटाया दिया। पिहोवा के किसान रेस्ट हाऊस में जिला के गुमथला ,थैमल बोड़ा और कैथल जिला के गांव पोबाला के ग्रामीणों की बैठक में उपायुक्त ने सामाजिक तरीके से दोनों पक्षों की बातों को सुनने के बाद उनके हिस्से के अनुसार पानी देने पर सहमति बनाई । पोबाला गांव के लोगों का कहना था कि उनको लगभग 40 वर्षों से ¨सचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। गुमथला और थैमल बोडा के लोगों का कहना था कि पहले पानी की सप्लाई प्रयाप्त मात्रा में आती थी लेकिन अब पानी की सप्लाई अपेक्षाकृत बहुत ही कम है। क्ष
-उपायुक्त ने बैठक में अधिकारियों को सर्वे करने के दिए निर्देश जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
तीन गांवों के जल विवाद को डीसी डॉ. एसएस फुलिया ने ग्रामीणों की आपसी सहमति के साथ लगभग 40 मिनट में निपटाया दिया। पिहोवा के किसान रेस्ट हाऊस में जिला के गुमथला ,थैमल बोड़ा और कैथल जिला के गांव पोबाला के ग्रामीणों की बैठक में उपायुक्त ने सामाजिक तरीके से दोनों पक्षों की बातों को सुनने के बाद उनके हिस्से के अनुसार पानी देने पर सहमति बनाई ।
पोबाला गांव के लोगों का कहना था कि उनको लगभग 40 वर्षों से ¨सचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। गुमथला और थैमल बोडा के लोगों का कहना था कि पहले पानी की सप्लाई प्रयाप्त मात्रा में आती थी लेकिन अब पानी की सप्लाई अपेक्षाकृत बहुत ही कम है। गुमथला माईनर से पानी की सुचारू सप्लाई अपने-अपने हिस्से के अनुसार हो जाए। गुमथला और थैमल बोडा की तरफ से रघबीर ¨सह चट्ठा, साहब ¨सह, हरजिन्द्र ¨सह, अमरीक ¨सह और कर्ण ¨सह उपस्थित थे। जबकि पोबाला गांव की तरफ से अमरजीत ¨सह, इन्द्रजीत ¨सह, जोगा ¨सह, शेर ¨सह, गुरजंट ¨सह उपस्थित थे। पोबाला गांव के इन्द्रजीत ¨सह का कहना था कि गुमथला मोगे पर उनकी लगभग 350 एकड़ जमीन लगती है। पानी मिलने से हम अपनी फसल को अच्छी तरह से पोषित कर सकेंगे। बैठक में उपस्थित डीसी ने मौके पर उपस्थित काडा और ¨सचाई विभाग के अधिकारियों के साथ दोनों पक्षों से सुझाव मांगे। बीच में यह सुझाव भी आया कि गुमथला की तरफ से जो सड़क पोबाला की तरफ जाती है उसके साथ-साथ पाइप लाइन डालकर पानी पोबाला के खेतों तक पहुंचाया जा सकता है। वैसे भी वहां पर कुछ खेतों में कच्चा नाला बना हुआ है।
बैठक में आए सुझावों की नब्ज पकड़ते हुए डीसी ने तुरंत काडा विभाग के साथ-साथ कार्यकारी अभियंता ¨सचाई विभाग, एसडीएम पिहोवा और तहसीलदार को निर्देश दिए कि संबंधित क्षेत्र का सर्वे करवाया जाए और यह कार्य आगामी दस दिन में हर हालात में पूरा कर लिया जाना चाहिए।