कनाडा भेजने के नाम पर दो भाइयों से ठगे 30.90 लाख
एसपी के आदेश पर गांव नानक पुरा निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर उसके दोनों बेटों को कनाडा भेजने व काम पर लगवाने की एवज में 30.90 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में तीन कबूतरबाजों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
-पुलिस अधीक्षक के आदेश पर 3 कबूतर बाजो के खिलाफ हुआ मामला दर्ज
संवाद सूत्र, पिहोवा : एसपी के आदेश पर गांव नानक पुरा निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर उसके दोनों बेटों को कनाडा भेजने व काम पर लगवाने की एवज में 30.90 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में तीन कबूतरबाजों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
पुलिस में दर्ज शिकायत में गांव नानकपुरा निवासी सुखविद्र सिंह ने बताया कि वह अपनी ससुराल गांव खरका (गुहला) गया हुआ था। जहां पर जगीरा राम निवासी राजला सामना, जगतार सिंह निवासी गांव चमारी जालंधर व गगनदीप उसे मिले। उन्होंने उसे बताया कि वे विदेश भेजने का काम करते हैं तथा अब तक उन्होंने बहुत से बच्चों को विदेश में सेटल कर दिया है। शिकायतकर्ता अनुसार वह उनकी चिकनी चुपड़ी बातों में आ गया और अपने दोनों बेटों रविद्र सिंह व कोमलदीप सिंह विदेश भेजने के लिए हामी भर दी। उन्होंने तब उसे बताया था कि कि वे 46 लाख रुपये में उनके दोनों बेटों को कनाडा भेज देंगे। उक्त लोग 18 नवंबर 2019 को उसके घर आए और उसके दोनों बेटों के पासपोर्ट व अन्य कागजात लेने के साथ-साथ 2.60 लाख रुपये वीजा लगवाने के नाम पर ले गए। उन्होंने आगे के लिए 22 लाख रुपये तैयार रखने की कही। एक सप्ताह बाद उक्त लोगों ने उसे अपने खाते में 30 हजार रुपये डलवाने की कही। 20 दिसंबर 2019 को उक्त लोग उसके घर फिर आए और उसके दोनों बेटों के लगे हुए वीजा दिखाए। उनको 20 लाख रुपये दे दिए।
स्टांप पर लिखकर दिया था
कबूतरबाजों ने उसे विश्वास के तौर पर एक स्टांप भी लिखकर दिया था। जिस पर उसने लड़कों को विदेश पहुंचाने की वह सारा खर्च उठाने की बात कही थी। तब उसने उन्हें 20 लाख रुपये दे दिए। दोनों बेटों की टिकट कराकर जल्द ही कनाडा भेजने का भरोसा दिया। दो दिन बाद वाट्सएप पर उसके बेटों की कनाडा की टिकट दिखाई और कहा कि जल्द ही उन्हें कनाडा भेज दिया जाएगा। उनके कहने पर उसने 8 लाख रुपये के यूरो ले लिए उसके बाद उक्त लोगों ने उसके बेटों को 26 जनवरी 2020 को दिल्ली बुलाया।
दुबई से भेज दिया वापस
उन्होंने उनके बेटों को पहले दुबई भेजने और यहां आगे कनाडा भेजने की बात हुई। उन्होंने उसे फ्लाइट कराने के लिए बोला तो उक्त लोगों ने सरकार का हवाला देकर फ्लाइटों पर रोक लगाने की बात कही। 27 जनवरी को उनके बेटों की फ्लाइट में भेजने का भरोसा देकर उसे वापस घर भेज दिया। एयरपोर्ट कर्मचारियों ने उनके दस्तावेज चेक करने के बाद उन्हें दुबई नहीं जाने दिया और वापस भेज दिया। जब उसके बेटों ने उसे इस बारे में बात की तो उन्होंने झूठा आश्वासन दिया कि जल्द ही वह लोग उन्हें कनाडा भेज देंगे। पासपोर्ट व रुपये अपने पास रखकर उसके दोनों बेटों को वापस गांव भेज दिया। घर आकर बेटों ने सारी आपबीती सुनाई। उक्त लोगों ने न तो उसके बेटों को कनाडा भेजा और न ही उसके रुपये वापस दिए।